उत्तराखंड: सज गया बाबा बदरीनाथ का दरबार, शुक्रवार सुबह खुलेंगे कपाट, दर्शन के लिए पहली बार लागू किये गये ये नियम
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लागू किये गये लॉकडाउन का असर दूसरी चीजों के साथ ही आस्था पर भी पड़ रहा है। बाबा बदरीनाथ का दरबार सज गया है।
भगवान बदरी विशाल के धाम को 10 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। साथ ही बदरीनाथ सिंह द्वार, मंदिर परिसर, परिक्रमा स्थल, तप्त कुंड के साथ ही विभिन्न स्थानों को लगातार सैनिटाइज किया गया। रावल और धर्माधिकारी पालकी के साथ बदरीनाथ पहुंच चुके हैं। धाम के कपाटोद्घाटन पर सिर्फ 28 लोगों को ही रहने की अनुमति दी गई है।
देवस्थानम बोर्ड की तरफ से कपाट खुलने पहले की जाने वाली सभी तैयारियां कर ली गई हैं। भगवान उद्धव, कुबेर, रावल और आदि गुरु शंकराचार्य के साथ-साथ गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा बदरीनाथ धाम पहुंच गई है। 15 मई को ब्रह्म मुहूर्त में श्री बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही धाम में स्थित माता मूर्ति मंदिर, आदि गुरू शंकराचार्य मंदिर, आदि केदारेश्वर मंदिर के कपाट भी पूजा-अर्चना के लिए खोल दिए जाएंगे। इस बार कपाट खुलने के दौरान वहां मौजूद सभी पुरोहितों और कर्मचारियों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को भी कहा गया है। आपको बता दें कि पहले धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने थे लेकिन कोरोना महामारी की वजह से कपाट खोलने की तारीख में बदलाव करके उइसे 15 दिन आगे बढ़ा दिया गया।