देहरादून पुलिस का ये अंदाज कभी नहीं देखा होगा, नए क्लेवर में महिला कमांडो के साथ लॉन्च हुई चीता पुलिस
देहरादून में चीता पुलिस का अंदाज बिल्कुल बदल गया है। बुधवार को चीता पुलिस नए अनदाज में लॉन्च हो गई।
इसकी लॉन्चिंग सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की। जहां 150 महिला और पुलिस सिपाहियों ने अपने तेवर दिखाए। यहां चीता पुलिस के सिपाहियों को नए जमाने की शॉर्ट रेंज वेपन (पिस्टल) चलाने की ट्रेनिंग दी गई है। साथ ही मौके पर जाने और लोगों से बातचीत करने की भी ट्रेनिंग दी गई है। चीता पुलिस की वर्दी पर अब एक कैमरा भी लगा हुआ है। जिससे वो सीपीयू के जवानों की तरह सारे घटनाक्रम को रिकॉर्ड कर सकें। इसके साथ ही आज महिला कमांडो के दस्ते को भी एटीएस में शामिल किया गया है। उत्तराखंड पुलिस की महिला कमांडो फोर्स भी मुंहतोड़ जवाब देगी।
ये पहली बार है देहरादून में महिला पुलिस कर्मियों के एक दस्ते को कमांडो फोर्स की ट्रेनिंग दी गई है। ट्रेनिंग पूरा होने के बाद फोर्स को एंटी ATS में शामिल किया गया है। बता दें कि अभी तक यहां सिर्फ पुरुष पुलिसकर्मियों को ही ट्रेनिंग दी जाती थी। ये फोर्स आतंकवाद से निपटने में अपनी अहम भूमिका निभाती है, लेकिन अब इसके लिए पुलिस महकमा महिला पुलिस कर्मियों को भी तैयार कर रहा है।
इस दस्ते में 22 महिला पुलिस कर्मी शामिल हैं, जिसमें दो महिला एसआई और 20 महिला कांस्टेबल शामिल हैं। ट्रेनिंग पूरा होने के बाद इन्हें एंटी टेररिज्म स्क्वायड में शामिल किया गया है। पीटीसी में महिला पुलिस कमांडो फोर्स को भारत की सबसे अहम कमांडो फोर्स नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की तर्ज पर ट्रेनिंग दी गई है। जिसमें एंटी टेरेरिस्ट ऑपरेशन, कॉबिंग, फायरिंग के साथ ही दूसरे ऑपरेशनों से निपटने की ट्रेनिंग दी गई है।