उत्तराखंड: लॉकडाउन के बीच सरकार की तरफ से मजदूरों को दी जा रही बड़ी राहत, जान लीजिए आप कैसे ले सकते हैं योजना का फायदा?
कोरोना संक्रमण को रोकने के मकसद से देशभर में लॉकडाउन हो रखा है। जरूरी चीजों को छोड़कर बाकी सभी दफ्तर और कारखाने बंद हैं। किसी भी तरह का कोई निर्माण कार्य नहीं हो रहा है।
इसकी वजह से कई लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा रोज कमा कर खाने वाले मजदूरों पर पड़ी है। ऐसे लोगों राहत देते हुए उत्तराखंड सरकार ने पंजीकृति मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपये जमा करा रही है। ताकि वो अपनी जरूरतों का सामान ले सकें र उनकी जिंदगी चलती रहे। पहले चरण में मजदूरों के खातों में एक-एक हज़ार रुपये डालने के बाद अब दूसरे चरण में भी मजदूरों के खातों में एक-एक हज़ार रुपये डाले जा रहे हैं।
दूसरे चरण में पिथौरागढ़ जिले के अलग-अलग मजदूरों के खातों में कुल एक करोड़ रुपये डीबीटी के जरिये डाले जा चुके हैं। अब अल्मोड़ा, बागेश्वर, चम्पावत जिलों के मजदूरों के खातों में भील एक-एक हजार रुपये डाले जा रहे हैं। सहायक श्रम आयुक्त उमेश राय ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा दिक्कतें मजदूरों को उठानी पड़ रही है। इसी को देखते हुए सरकार उनके गुजर-बसर के लिए खातों में एक-एक हज़ार रुपये डाल रही है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में कुमाऊं के चार जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चम्पावत के पंजीकृत मजदूरों के खातों में लगभग 3 करोड़ रुपये डालने के बाद अब दूसरे चरण में दोबारा मजदूरों के खातों में एक-एक रुपये डाले जा रहे हैं।
दूसरे चरण में अभी तक पिथौरागढ़ जिले के दस हज़ार पंजीकृत मजदूरों के खातों में एक करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से भेजे जा चुके हैं। अब दूसरे जिलों के मजदूरों के खातों में भी रुपये डाले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाहरी राज्य के मजदूर जो प्रदेश में फंसे है वह भी श्रम विभाग में पंजीकृत कर इस योजना का फायदा ले सकते हैं।
(अल्मोड़ा से हरीश भंडारी की रिपोर्ट)