PM मोदी से उत्तराखंड की गुहार, गढ़वाल राइफल के राजेंद्र नेगी की अभिनंदन की तरह कराओ वापसी
विंग कमंडर अभिनंद की तरह देश का एक और जाबांज अपनी ड्यूटी को निभाते हुए पाकिस्तान की सीमा में गलती से चला गया है। जाबांज का नाम है हवलदार राजेंद्र नेगी।
पूरा पहाड़ एक सुर में पीएम मोदी से ये गुहार लगा रहा है कि विंग कमांडर अभिनंद की ही तरह हवालदार राजेंद्र सिंह नेगी की पाकिस्तान से वापसी कराएं। देहरादून के अंबीवाला सैनिक कॉलोनी में रहने वाले राजेंद्र सिंह नेगी के परिवार ने ये अपील की है कि सरकार कूटनीतिक दबाव बनाए, ताकि राजेंद्र की भी विंग कमांडर अभिनंद की तरह घर वापसी हो।
बीते 8 जनवरी से राजेंद्र सिंह नेगी कश्मीर बॉडर से लापता हैं। गढ़वाल राइफल्स में तैनात राजेंद्र सिंह की ड्यूटी कश्मीर के गुलमर्ग में थी। 8 जनवरी के उनके लापता होने की खबर उनकी पत्नी को दी गई। राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी राजेश्वरी के पास गढ़वाल राइफल से फोन आया था। यूनिट के अधिकारियों ने बताया कि हवलदार राजेंद्र सिंह लापता हो गए हैं। उन्होंने बताया की राजेंद्र बर्फ में फिसलते हुए गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए हैं। जैसे ही ये खबर मिली राजेंद्र सिंह के परिवार में कोहराम मच गया।
राजेंद्र सिंह की पत्नी और उनके बच्चों को जबसे ये खबर मिली है वो बस रोए जा रहे हैं। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार ने मोदी सरकार से ये अपील की है कि राजेंद्र सिंह नेगी की रिहाई के लिए पाकिस्तान पर वैसा ही दबाव बनाए, जैसा विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के लिए बनाया था। उधर, सेना के अधिकारियों का कहना है कि वो राजेंद्र सिंह नेगी का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल उनका कोई सुराग नहीं लगा है। देहरादून के सैनिक कॉलोनी में राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी राजेश्वरी देवी के अलावा उनकी बड़ी बेटी 14 साल की अंजली, 12 साल का बेटा प्रियांशु और 10 सालकी बेटी मीनाक्षी रहते हैं। राजेंद्र सिंह ने छुट्टी के बाद नवंबर में ड्यूटी पर लौटे थे। राजेंद्र सिंह नेगी मूल रूप से चमोली के रहने वाले हैं।