उत्तराखंड के इस इलाके में पर्यटन विभाग की शानदार पहल, पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश, मिलेगा रोजगार!
उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने की लगातार सरकार की कोशिशें जारी हैं। इसी के तहत मंगलवार को अल्मोड़ा के कोसी बैराज में 5 दिवसीय साहसिक पर्यटन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने किया है। उन्होंने कहा कि साहसिक पर्यटन से युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कोसी बैराज में जल्दी ही नियमित कायकिंग शुरू की जाएगी। जिलाधिकारी ने युवाओं को प्रशिक्षण में पूर्ण मनोयोग से सीखने की अपील की। उन्होंने कहा कि साहसिक पर्यटन में काफी संभावना है, जिससे युवाओं को करियर बनाने में सहायता भी मिल सकती है।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सकता है। इस मौके पर पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चैबे ने कहा कि प्रशिक्षण से युवाओं को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। साथ ही जो युवा इस साहसिक पर्यटन में करियर बनाना चाहते हैं उनके लिए समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले की विभिन्न तहसीलों के 25 प्रतिभागी प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं।

पर्यटन विभाग का ये कदम बेहद अहम है। अल्मोड़ा से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर कोसी नदी पर बने बैराज में इस कार्यक्रम का आयोजन करना पर्यटकों को आकर्षित करने का एक नया प्रयास है। अल्मोड़ा में आने वाले सैलानी, जहां हिमालय मंदिरों के दर्शन तक ही सिमित रहते थे। अब यहां आने वाले पर्यटक साहसिक खेलों से भी रूबरू होंगे।

वहीं इस कदम से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अल्मोड़ा में आने वाले सैलानी जल्द ही राफ्टिंग और नौकायन का लुफ्त उठा सकेंगे। जिला अधिकारी ने बताया कि इसको 1 अप्रैल से पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए अल्मोड़ा में ये प्रयास पहलीबार किया जा रहा है जो पर्यटन के क्षेत्र में कारगर साबित होगा।

इस अवसर पर मुख्य प्रशिक्षक बसंत बल्लभ जोशी, विनोद भटट, रामायण भण्डारी, विपिन भण्डारी, सुशील भोज, दीपेश नेगी, मनीष जोशी, रविन्द्र मेर, धन सिंह और प्रशिक्षु उपस्थित थे।

(अल्मोड़ा से हरीश भंडारी की रिपोर्ट)