उत्तराखंड: कोरोना संकट के बीच तीन विधायकों ने किया नेक काम, जनता ने फिर किया निराश
महामारी बन चुके कोरोना वायरस से लड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपने स्तर पर सभी जरूरी कदम उठा रही हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड समेत कई राज्यों ने 31 मार्च तक लॉकडाउन की घोषणा कर रखी है।
अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक और पहल की है। सीएम ने प्रदेश के सभी विधायकों से अपने-अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनानने और उससे जुड़े जरूरी उपकरणों को खरीदने के लिए अपनी विधायक निधि से 15 लाख रुपये जारी करने का निर्देश दिया है।
चमोली जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों ने भी आगे बढ़ते हुए चिकित्सा अधिकारी को धनराशि दी है। कर्ण प्रयाग के विधायक सुरेंद्र नेगी और बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट ने चिकित्साधिकारी को पहले ही 15-15 लाख रुपये की धनराशि दे चुके हैं। जबकि थराली से विधायक मुन्नी देवी शाह ने 10 लाख रुपये की धनराशि दी थी। अब उन्होंने बाकि बची 5 लाख की राशि भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए चिकित्सा विभाग को दी है।
कोरोना वायरस को लेकर प्रदेशभर में चल रहे लॉकडाउन के बीच पुलिस ने नियम का पालन नहीं करने के आरोप में मंगलवार को 4 लोगों के खिलाफ धारा 151 के तहत केस दर्ज किया। जबकि दो गाड़ियों को सीज किया। वहीं पोखरी में भी 4 गाड़ियों को सीज किया और 6 गाड़ियों का चालान काटा। प्रशासन ने कर्णप्रयाग में गैस एजेंसी के खिलाफ FIR दर्ज की है। एजेंसी पर आरोप है कि डोर टू डोर गैस देने की जगह भीड़ लगाकर गैस सिलेंडर दे रही थी।
थराली से मोहन गिरी की रिपोर्ट