उत्तराखंड के अजय सिंह बिष्ट की यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बनने की कहानी
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी मुखर आवाज के लिए जाने जाते हैं। सीएम बनने से पहले वो 5 पांच बार सांसद रहे। गोरखपुर उनका संसदीय क्षेत्र था।
1998 में गोरखपुर से वो 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने और 2014 में पांचवी बार सांसद चुने गए, 2017 तक सांसद रहे। 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे। 2017 में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली।
ऐसा बहुत कम लोगों को ही पता है कि उत्तर प्रदेश से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ असल में उत्तराखंड के निवासी थे। उनका जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में हुआ था। उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है। बीएससी करने तक वो अजय सिंह बिष्ट के नाम से जाने जाते थे। साल 1994 में दीक्षा के बाद वह अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ बन गए । इनके गोरखपुर में आने से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक का सफर बेहद खास है।
योगी आदित्यनाथ का गायों से प्यार किसी से छिपा नहीं है। वो हर दिन गायों को लड्डू खिलाने के बाद रोज पानी पिलाते हैं। महंत योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर रहे ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ के शिष्य हैं। आज भी जब सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में होते हैं तो उनसे आशीर्वाद लेने के लिए हर बार सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रहती है।