कोरोना वायरस पर ‘भ्रामक’ बयान देना सपा नेता रमाकांत को पड़ा भारी, FIR दर्ज
कोरोना वायरस को लेकर विवादित बयान देना पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता रमाकांत यादव को भारी पड़ गया है।
कोरोना वायरस को लेकर भ्रम फैलाने के आरोप में रमाकांत यादव के खिलाफ उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में एफआईआर दर्ज की गई है। मीडिया से बात करते हुए रमाकांत ने कहा था कि देश में कोरोना वायरस से कोई नहीं मरा है। सरकार अन्य मुददों से ध्यान हटाने के लिए कोरोना का माहौल खड़ा कर रही है। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना का कहर होगा लेकिन भारत में नहीं है।
पूर्व सांसद ने ने इशारों-इशारों में पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि एक तरफ कोरोना का दर दिखाकर लोगों को इकठ्ठा नहीं होने का सुझाव दिया जा रहा, दूसरी तरफ अयोध्या में 10 लाख लोगों को इकट्ठा होने का एलान किया जा रहा है। बीजेपी सीएए, एनआरसी और महंगाई के विरोध में हो रहे विरोध प्रदर्शन के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए कोरोना का सहारा ले रही है।
रमाकांत पर केस दर्ज करने के मामले में बयान देते हुए डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे ने पूर्व सांसद के बयान को भ्रम फैलाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि उनके बयान से जनता मुश्किल में पड़ सकती है। सिधारी थाने में पूर्व सांसद के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से आशंकित क्षति को कम करने के लिए सरकार परेशान है। जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।