उन्नाव रेप पीड़ित के साथ हादसा या साज़िश, टक्कर मारने वाले ट्रक की नंबर प्लेट का सच क्या है?
देश के चर्चित उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप कांड में बड़ा मोड़ आ गया है। गैंगरेप पीड़ित को लेकर जा रही कार को संदिग्ध हालत में ट्रक ने टकक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि दो महिलओं की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पीड़ित और उसके वकील की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वकील को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। डॉक्टरों के मुताबिक पीड़ित की कई हड्डियां टूट गई हैं।
ये भीषण सड़क हादसा रविवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे उन्नाव-रायबरेली हाईवे पर हुआ। रेप पीड़ित अपनी मां, चाची और वकील के साथ इसी स्विफ्ट डिज़ायर कार में उन्नाव से रायबरेली जा रही थी। रायबरेली जेल में पीड़ित के चाचा कैद हैं। जैसे ही ये कार सुल्तानपुर खेड़ा के पास पहुंची। सामने से आ रहे इस ट्रक ने कार को टक्कर मारी। चश्मदीदों के मुताबिक ट्रक ने अचानक अपनी लेन बदली और कार के सामने से आकर उसे टक्कर मार दी।
हादसे पर सवाल क्यों?
इस हादसे पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हादसे के पीछे हत्या का शक जताया जा रहा है, क्योंकि मौत की नींद सुलाने वाले ट्रक की पहचान छिपाने की कोशिश की गई थी। इसकी नंबर प्लेट पर पर काला पेंट किया गया था। बता दें कि ये वही पीड़ित है जिसने बीजेपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का संगीन आरोप लगाया है। सीबीआई रेप के आरोपों की जांच कर रही है। सीबीआई ने कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया था जिसके बाद वो जेल में बंद हैं। पीड़ित ने कुछ दिन पहले ही आरोपी विधायक को दिल्ली की जेल में शिफ्ट करने की गुहार लगाई थी। पीड़ित को आशंका थी कि आरोपी विधायक उसकी हत्या करवा सकता है।
हादसे की CBI जांच की मांग
रेप पीड़ित के साथ हुए हादसे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है। कांग्रेस ने भी हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है।