उत्तराखंड की ये है वो खूबियां जो देश के दूसरे राज्यों से बनाती हैं खास, देवभूमि में बसता है सारा संसार!
उत्तराखंड को देवो की भूमि कहा जाता है। दून वैली पर बसी इसकी राजधानी देहरादून।
हिंदुओं की आस्था के प्रतीक चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यहीं पर हैं। उत्तर भारत में पहाड़ों से घिरा प्रदेश गंगा और यमुना समेत देश की दूसरी प्रमुख नदियों का उद्गम स्थल भी यहीं है। उत्तराखंड, वैली ऑफ फ्लॉवर यानि फूलों की घाटी का भी घर है, जिसे यूनेस्को ने विश्व विरासत की सूची में शामिल किया है। नैनीताल, उत्तरकाशी, मसूरी और चमौली जैसे उत्तर भारत के लगभग सभी प्रमुख हिल स्टेशन उत्तराखंड में ही हैं। यहां इतनी चीजें कि लोग खुद को यहां आने से नहीं रोक पाते। हर साल लाखों की तादाद में लोग यहां घूमने के लिए आते हैं।
प्रदेश अपने हिल स्टेशन मसूरी, चोपटा, अल्मोड़ा, नैनीताल, धनौल्टी, लैंसडाउन, वैली ऑफ फ्लॉवर और सत्तल के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। ये भारत के कुछ अनुपम हिल स्टेशन हैं, वैली ऑफ फ्लॉवर में तो 250 प्रकार के फूलों की प्रजातियां हैं जो आंखों को सुकून देते हैं। भगवान शिव के और अनेक पवित्र मंदिरों की वजह से उत्तराखंड हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों में गिना जाता है। बदरीनाथ और केदारनाथ, दो ऐसे तीर्थस्थल हैं, जो यहां सदियों पहले से हैं। बदरीनाथ चार धामों में से एक है। केदारनाथ भी बदरीनाथ की ही तरह पवित्र और दर्शनीय स्थल है। यहां प्राचीन शिव मंदिर है, जहां 12 ज्योर्तिलिंग में से एक शिवलिंग विराजमान हैं। गंगोत्री धरती की ये वो जगह है, जिसे माना जाता है कि गंगा ने सबसे पहले छुआ। देवी गंगा यहां एक नदी के रूप में आई थीं। यमुनोत्री यमुना नदी का स्रोत है और इसके पश्चिम में पवित्र मंदिर है। हरिद्वार गंगा नदी के तट पर स्थित है। यह हिंदुओं का प्राचीन तीर्थस्थल है। ऋषिकेश सभी पवित्र स्थानों के लिए प्रवेश द्वार है।
उत्तराखंड कहां जरूर घूमने जाएं?
बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, पंच केदार, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, हरिद्वार, अल्मोड़ा, राजाजी नेशनल पार्क, ऋषिकेश, हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा, रूपकुंड, औली, नंदा देवी और गोमुख।