मां गंगा और यमुना बर्फबारी के बीच शीतकालीन प्रवास के लिए मायके पहुंचीं, ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत
मां गंगा और यमुना सोमवार को 6 महीने के शीतकाल प्रवास के लिए मुखबा और खरसाली में विधि विधान के साथ विराजमान हुईं।
सीजन की पहली बर्फबारी, ढोल दमाऊ और आर्मी बैंड के साथ मां गंगा की डोली सोमवार दोपहर को मुखबा गांव पहुंची। यहां पर ग्रामीणों ने मां गंगा का भव्य स्वागत किया। वहीं बर्फबारी के बीच कड़ाके की ठंड में मां गंगा की अगुवाई में हर्षिल में तैनात बिहार रेजिमेंट के बैंड की धुनों और उनकी कलाबाजियों ने सबका मन मोह लिया।
वहीं, यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने पर मां यमुना जी की डोली शनि महाराज की डोली के साथ भारी बर्फबारी के बीच खरसाली पहुंची। यहां पर ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। ग्रामीणों ने लोक वाद्य यंत्रों पर रासो तांदी नृत्य का आयोजन किया और मां यमुना जी का आशीर्वाद लिया।
गंगोत्री धाम के कपाट रविवार को बंद हुए थे। वहीं, गंगोत्री से मुखबा की पैदल दूरी ज्यादा होने की वजह से मां गंगा एक रात्रि आधे मार्ग में विश्राम करती हैं। इसके बाद मां गंगा और यमुना अपने शीतकालीन प्रवास में एक ही दिन पहुंचती हैं।