उत्तराखंड: भारी बर्फबारी के बाद कई सैलानी फंसे, धनोल्टी में फंसे सैलानियों ने लगाई मदद की गुहार
उत्तराखंड के टिहरी जिले के धनोल्टी में भारी बर्फबारी के बाद स्थानीय लोगों के साथ सैलानियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
धनोल्टी में बर्फबारी की वजह से की सैलानी फंस गए हैं। सैलानियों ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। बहादराबाद और दिल्ली के सैलानियों ने कहा कि धनोल्टी में भारी बर्फबारी की वजह से वो फंस गए हैं। ये सैलानी यहां पर मंगलवार से यहां फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सैलानियों ने बताया कि उनकी गाड़ी पलटी से चार किलोमीटर दूर फंस गई है। गाड़ी को निकालने के लिए पुलिस और प्रशासन की जरूरत है, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
वहीं, पिथौरागढ़ में बर्फबारी की वजह से सड़क बंद होने से मंगलवार को मुनस्यारी की एक महिला रास्ते में ही फंस गई। जब महिला को कोई सहायता नहीं मिली तो उसे अपने दो बेटों के साथ एक गुफा में रात बितानी पड़ी। इलाके में पारा -6 डिग्री है। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनकी रात गुफा में कैसे कटी होगी। समकोट की रहने वाली कमला देवी अपने दो बच्चों के साथ मुनस्यारी के लिए आ रही थी। तीनों ही पैदल बेटुलीधार पहुंचे। बर्फबारी के बीच शाम 6 बजे बच्चों की हालत खराब होने पर कमला देवी ने बेटुलीधार की एक गुफा में रहना उचित समझा।
सुबह 6 बजे कमला देवी ने मदद के लिए आवाज लगाई। उनकी आवाज सुनने के बाद इको पार्क में रहने वाले बृजेश सिंह धर्मशक्तू उन्हें कैंप में अपने साथ ले गए और उन्हें खाना खिलाया और फर्स्ट एड दिया। सड़क बंद होने की वजह से 4 किमीटर पैदल चलकर उनके रिश्तेदार मोहन के घर पहुंचाया। कमला देवी ने कहा कि अगर बृजेश सिंह ने उन्हें सहायता नहीं दी होती तो तीनों मां-बेटे जीवित नहीं बच पाते।