उत्तराखंड: वरिष्ठ नागरिकों का खास ख्याल रखेगी सरकार, अब इस तरह की जाएगी उनकी मदद
प्रदेश में वरिष्ठ नागरिकों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसके लिए सरकार ने अब एक स्पेशल सर्विस शुरू की है। उपनल के माध्यम से शुरू की गई इस सर्विस 60 से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए है।
इसके तहत घर में अकेले रहने वाले या फिर वो बुजुर्ग जो खुद से चल-फिर नहीं सकते उन्हें अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्हें घर बैठे बस एक कॉल करना है। उनके लिए उपनल के माध्यम से इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, बढ़ई, तकनीशियन, ड्राइवर, रसोइया और नर्सिंग समेत घरेलू मदद की दूसरी सेवाओं के लिए सुविधाएं मुहैय्या होंगी। हालांकि इस सर्विस को लेने के लिए बुजुर्गों को कुछ शुल्क भी देना होगा। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
अभी फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राजधानी देहरादून और हल्द्वानी के शहरी क्षेत्रों में इस योजना लागू करने का फैसला लिया गया है। इसके लिए मल्टी सर्विस सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे। अगर दो महीने में योजना सफल रही तो इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
सर्विस प्रोवाइडड के तौर पर होम सर्विस सेवाओं के लिए उपनल की तरफ से प्रसिक्षित डिप्लोमा होल्डर्स, कामगार या मजदूरों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। पंजीकरण में भूतपूर्व सैनिकों, उनके आश्रितों को प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं, प्रदेश के आईटीआई, पॉलिटेक्निक के डिप्लोमा होल्डर्स, रजिस्टर्ड नर्सें, स्टेट स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत ट्रेनिंग पाए युवाओं को वरीयता दी जाएगी।
इस सर्विस के क्या हैं फायदे?
इस सर्विस के दो मुख्य फायदे हैं। पहला तो ये कि ऐसे बुजुर्ग जो इस तरह की सर्विस लेने के लिए पैसे तो दे सकते हैं, लेकिन सर्विस प्रोवाइडर नहीं होने की वजह से वो ले नहीं पाते और खुद जाकर काम करना पड़ता है। या फिर किसी से विनती करके कराना पड़ता है। उन्हें अब दिक्कत नहीं होगी। दूसरा ये कि ये सर्विस शुरू होने पर बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। खास कर उन लोगों को ज्यादा रोजगार मिलेगा जो कम पैसों के लिए मजबूरी में अपने शहरों से बड़े शहरों में पलायन करते हैं।