उत्तराखंड: तीरथ सिंह रावत ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, संवैधानिक कारणों का दिया हवाला
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार देर रात राज्यपाल बेबीरानी मौर्य को इस्तीफा सौंप दिया है।
इस्तीफा सौंपने के बाद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उपचुनाव को लेकर संवैधानिक कारणों के चलते उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दिया है। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति भी आभार जताया। तीरथ सिंह रावत ने राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को त्यागपत्र सौंपने के बाद बीजापुर अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभी इस्तीफा देकर आ रहा हूं।
उन्होंने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 151 और संविधान की धारा 164 के चलते संवैधानिक संकट की स्थिति थी। इसे देखते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देना उचित समझा।उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें समय-समय पर एमएलसी, विधायक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, सांसद और फिर मुख्यमंत्री तक के दायित्व दिए।
उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत वरिष्ठ पार्टी नेताओं के प्रति आभार जताया। पूर्व में विधानसभा की सल्ट सीट से उपचुनाव न लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि तब वे कोरोना संक्रमण की चपेट में थे। परिणामस्वरूप उनके पास समय नहीं था।
बता दें मुख्यमंत्री रावत को बुधवार को अचानक दिल्ली तलब किए जाने के बाद से ही सियासी कयासबाजी जोरों पर थी। बुधवार देर रात ही उनकी मुलाकात नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से हुई थी। बृहस्पतिवार को उन्हें देहरादून लौटने से रोक दिया गया था। मसला रावत के उपचुनाव को लेकर अटका हुआ थाए जिनके आयोजन में जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत विधानसभा का कार्यकाल एक साल से कम बचे होने की बाधा थी।
शुक्रवार को रावत दोबारा नड्डा से मिले। इस आधे घंटे की मुलाकात में उन्हें सांविधानिक संकट का हवाला देते हुए इस्तीफा देने का निर्देश दिया गया। इसके बाद तीरथ रावत ने नड्डा को पत्र लिख कर इस्तीफे का प्रस्ताव रखा। फिर दून लौटे तीरथ सिंह रावत ने प्रेस वार्ता कीए लेकिन उसमें महज अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाकर चले गए। मीडियाकर्मियों के इस्तीफे के बारे में पूछने पर उन्होंने चुप्पी साध ली।
फिर रात करीब सवा ग्यारह बजे वो राजभवन पहुंचे और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संकट को देखते हुए मुझे लगा कि मेरे लिए इस्तीफा देना सही है। मैं केंद्रीय नेतृत्व और पीएम मोदी का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे सीएम बनने का मौका दिया था।