हार के बाद अब कांग्रेस में बदलाव की तैयारी!
लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार मिली करारी हार के बाद अब कांग्रेस में बड़े पैमाने पर फेरबदल हो सकता है। सबसे बड़ा बदलाव पार्टी प्रमुखों को लेकर हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी महासचिवों और राज्य इकाई प्रमुखों पर गाज गिर सकती है। पार्टी अब नेताओं की जवाबदेही तय करेगी। शनिवार को हार की समीक्षा के लिए हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी में इसके लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया गया है। आपको बता दें कि इससे पहले मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन कमेटी के सदस्यों ने उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया था। इसी के बाद समिति ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल को हर स्तर पर पार्टी का पूरा और विस्तृत पुनर्गठन करने का जिम्मा दे दिया।
खबरों के मुताबिक बुरी हार के लिए राहुल गांधी ने पार्टी में कई बड़े नेताओं की क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि कुछ बड़े नेताओं ने बेटों के हितों को पार्टी के हितों से ऊपर रखा। उनका इशारा अशोक गहलोत और कमलनाथ की तरफ था। अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और कमलाथ के बेटे नुकुल नाथ ने भी लोकसभा चुनाव लड़ा। इसके साथ ही उनका इशारा पी. चिदंबरम की तरफ भी था। चिदंबरम ने तमिलनाडु के शिवगंगा से अपने बेटे कार्ति चिदंबरम के लिए लोकसभा टिकट देने पर जोर दिया था।
अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने राजस्थान के जोधपुर से चुनाव मैदान में थे, लेकिन उन्हें हार मिली। वहीं कमलनाथ के बेटे नुकुल नाथ ने छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ा और उन्हें जीत मिली। जबकि कार्ति चिदंबरम उन आठ कांग्रेस उम्मीदवारों में से एक हैं जो तमिलनाडु में विजयी हुए हैं। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने तो मीटिंग में यहां तक कह दिया कि अगर चिदंबरम के बेटे को टिकट नहीं दिया जाता तो वो पार्टी छोड़ने को तैयार थे।