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सीएम योगी के राज में पीड़ित को कब मिलेगा इंसाफ?

उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाला एक शख्स इंसाफ के लिए कई महीनों से भटक रहा है। उसने सीएम तक से इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन उसकी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाले पीएम मोदी के अपनी ही सरकार के सूबे आम आदमी को सरकार का साथ नहीं मिल रहा है। लोग इंसाफ के लिए जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उसकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसा ही एक वाक्या उत्तर प्रदेश के गोंडा में सामने आया है। यहां बेलसर गांव निवासी रामणी पांडेय का आरोप है कि उनके चार भाईयों ने मिलकर उनका मकान गिरा दिया और रास्ता रोक दिया।

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पीड़ित का कहना है कि उसकी शिकायत पर पुलिस ने दूसरे पक्ष के दखल को रोक दिया, लेकिन कुछ दिन बाद दोबारा दबंग पड़ोसियों ने राजमणि पांडेय को परेशान करना शुरू कर दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित ने दोबारा पुलिस में की लेकिन इस बार पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए पीड़ित के खिलाफ ही कार्रवाई की। राजमणि का आरोप है कि दबंग प्रवृत्ति के चलते पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोपी आए दिन उसे जान से मारने की धमकी तक देते रहते हैं और आए दिन उनके साथ मारपीट करते हैं। इस पूरे मामले में को लेकर जब न्यूज नुक्कड़ ने एसपी से बात करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो पाई। उनकी तरफ से कहा गया कि वो मीटिंग में हैं।

उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाला एक शख्स इंसाफ के लिए कई महीनों से भटक रहा है। उसने सीएम तक से इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन उसकी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
फोटो: न्यूज नुक्कड़

स्थानीय प्रशासन ने इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़ित ने सीएम का दरवाजा खटखटाया। राजमणि पांडेय दो बार मुख्यमंत्री के जनता दरबार मेंं भी अपनी शिकायत लेकर जा चुके हैं, लेकिन यहां से भी उन्हें अब तक इंसाफ नहीं मिला है। पीड़ित का कहना है कि चार महीने से वो अधिकारियों से लेकर सीएम के दरबार तक चक्कर ही लगा रहा है। लेकिन कोई उसकी सुनने वाला नहीं है।

बता दें कि पूरा विवाद घर के बंटवारे के बाद शुरू हुआ है। राजमणि के मुताबिकघर का बंटवारा हुा था। सभी ने अपने हिस्सा ले लिया, लेकिन एक महीने के बाद भाईयों ने मिलकर राजमणि का घर गिरा दिया। अब वो लोग पीड़ित के घर पर कब्जा करना चाहते हैं। इसी वजह से वो लोग आए दिन राजमणि को परेशान करते हैं।

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