दंतेवाड़ा नक्सली हमले ने दिलाई झीरम घाटी की याद, जब नक्सिलयों ने कांग्रेस के 30 नेताओं को उतारा था मौत के घाट
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बड़ा नक्सली हमला हुआ है। यहां के कुआकंडा थाना इलाके में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया है, जिसमें बीजेपी विधायक भीमा मंडावी समेत 5 लोगों की मौत हो गई।
दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले ने 25 मई, 2013 को सुकमा के झीरम घाटी में हुए हमले की याद दिला दी है। उस वक्त नक्सिलयों ने कांग्रेस की परिर्वतन यात्रा पर हमला किया था। चारों तरफ से नक्सलियों ने कांग्रेस के काफिले को घेर कर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं। इस हमले में राज्य के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा समेत 30 लोगों की मौत हो गई थी। हमले नंद कुमार पटेल, उदय मुदलियार और कार्यकर्ता गोपी माधवानी की भी जान चली गई थी। हमले घायल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
2013 में जिस वक्त झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस के काफिले पर हमला किया था, उस वक्त काफिले में 16 से 20 गाड़ियां मौजूद थीं। हमले से करीब 1 घंटे पहले कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अजित जोगी निकले थे।
दंतेवाड़ा में सबसे बड़ा नक्सली हमला 2010 में हुआ था। अप्रैल 2010 में दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने 76 सीआरपीएफ जवानों की हत्या कर दी गई थी, जो अब तक की सीआरपीएफ के काफिले पर सबसे बड़ा हमला माना जाता है।
छत्तीसगढ़ में अब तक हुए बड़े नक्सली हमले से जुड़े आंकड़े:
- 13 मार्च, 2018: सुकमा में लैंडमाइन ब्लास्ट में 9 जवान शहीद, 25 घायल
- 11 मार्च, 2017: सुकमा के दुर्गम भेज्जी क्षेत्र में नक्सली हमला, 11 सीआरपीएफ जवान शहीद
- 11 मार्च, 2014: टाहकवाड़ा में सीआरपीएफ काफिले पर नक्सली हमला, 16 जवान शहीद
- जुलाई 2007: छत्तीसगढ़ के एर्राबोर अंतर्गत उरपलमेटा एम्बुश में 23 सुरक्षाकर्मी शहीद
- अगस्त 2007: छत्तीसगढ़ के तारमेटला में हुई मुठभेड़ में थानेदार समेत 12 जवान शहीद
- 1 दिसंबर, 2014: सुकमा में सीआरपीएफ काफिले पर हमला, 13 जवान शहीद
- 12 जुलाई, 2009: राजनांदगांव के एम्बुश में हुए नक्सली हमले में 29 जवान शहीद
- 6 अप्रैल, 2010: दंतेवाड़ा के ताड़मेटला में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए
- सितंबर 2005: बीजापुर के गंगालूर रोड पर एंटी-लैंडमाइन ब्लास्ट में 23 जवान शहीद