राज्यसभा में बहस के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा मुझे आतंकी घोषित कर दो, गृह मंत्री ने दिया ये जवाब
आतंकी गतिविधियों वाला UAPA बिल शुक्रवार को राज्यसभा से भी पास हो गया है। लोकसभा से विधेयक पहले ही पास हो चुका है।
अब ये राष्ट्रपति के पास जाएगा और उनकी दस्तखत के बाद ये बिल का रूप ले लेगा। राज्यसभा में बिल पास होने से पहले इस पस बहस हुई। विरोधी दलों ने बिल में संशोधन का विरोध किया।
बहस के दौरान कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर आतंकवाद से समझौता करने का आरोप लगाया और कहा कि मुझे ही आतंकी घोषित कर दो। जवाब में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दिग्विजय जी कह रहे हैं कि मुझे ही आतंकी घोषित कर दो। मैं भरोसा दिलाता हूं कि अगर आप कुछ नहीं करेंगे तो कुछ नहीं होगा।
बिल का विरोध क्यों?
दरअसल UAPA संशोधित बिल पर सरकार ने गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल व्यक्ति विशेष को आतंकी घोषित करने का प्रावधान शामिल किया है। इसके तहत संदिग्ध को भी आतंकी घोषित किया जा सकेगा। विपक्ष इसी का विरोध कर रहा है। दिग्विजय ने कहा कि हमें बीजेपी की मंशा पर शक है। कांग्रेस ने कभी आतंकवाद से समझौता नहीं किया, इसीलिए यह कानून लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से समझौता बीजेपी ने किया। बीजेपी की ही सरकार ने पहले रुबैया सईद और फिर मसूद अजहर को छोड़ा था।
किसी व्यक्ति को आतंकी घोषित करने का आधार क्या होगा?
1. जो शख्स आतंकी घटना को अंजाम देगा या इसमें सहयोग देगा।
2. जो शख्स किसी आतंकी घटना की तैयारी कर रहा होगा।
3. जो देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले काम करेगा।
4. जो व्यक्ति किसी भी तरह से आतंकवाद से जुड़ा हुआ पाया जाएगा।