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EXCLUSIVE: कोरोना लॉकडाउन के बावजूद कर्मचारियों से काम करवा रहा DMRC, लगे गंभीर आरोप

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पूरा देश 24 मार्च से लॉकडाउन है। लॉकडाउन के कुछ नियम बनाए गए थे, जिन्हें सख्ती से पालन करने के आदेश दिए गए थे।

आरोप है कि देश की राजधानी दिल्ली में इन नियमों की धजिज्यां उड़ाई जा रही हैं। दिल्ली मेट्रो में काम कर रहे कार्मचारियों ने DMRC पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि लॉकडाउन के बावजूद उनसे जबरदस्ती काम करवाया जा रहा है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के अंतरगत आने वाले DMRC पर आरोप है कि वो अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचने के लिए जरूरी मास्क तक मुहैया नहीं करवा रहा है। कर्मचारियों के मुताबिक, मेट्रो में सामाजिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है।

न्यूज़ नुक्कड़ ने दिल्ली मेट्रो के एक कर्मचारी से बात की। नाम न बताने की शर्त पर ये कर्मचारी बता करने के लिए तैयार हुआ। कर्मचारी ने न्यूज़ नुक्कड़ को बताया कि लॉकडाउन के बाद मेट्रो में उनका कोई काम नहीं है, बावजूद इसके उनकी ड्यूटी लगाई जा रही है। कर्मचारी ने बताया कि सुबह और शाम को CISF कर्मियों को लाने और ले जाने के लिए मेट्रो चलती है। कर्मचारी ने बताया कि CISF कर्मियों की वजह से उनकी ड्यूटी लगाई जा रही है। यही नहीं कर्मचारी ने बताया कि कोरोना वायरस का खतरा सभी पर मंडरा रहा है, ऐसे माहौल में भी ट्रेन ऑपरेटर्स को ब्रीथ एनेलाइजर से गुजरना पड़ रहा है। DMRC ने अभी तक ब्रीथ एनेलाइजर को भी बंद नहीं किया है।

न्यूज़ नुक्कड़ से बात करते हुए मेट्रो के कर्मचारी ने कहा कि CISF के पास उनकी बसें हैं। अगर वो चाहें तो ड्यूटी पर अपनी बसों से पहुंच सकते हैं, लेकिन बसों को इस्तेमाल करने की बजाय उनके लिए मेट्रो चलाई जा रही है। कर्मचारी ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जयपुर मेट्रो को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। बावजूद इसके उनसे सेवा ली जा रही है। कर्मचारियों ने पीएम मोदी से अपील की है कि वो इस मामले में संज्ञान लें और जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए।

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