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‘बबुआ’ को एयरपोर्ट पर रोका तो हंगामा हो गया

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रयागराज जाने से रोके जाने को लेकर सियासत गरमा गई है। अखिलेश यादव रोके जाने के विरोध में संसद, विधानसभा और विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ।

अखिलेश यादव प्राइवेट प्लेन से एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पर जाने वाले थे। उनका कुंभ जाने का भी कार्यक्रम था, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने उन्हे एयरपोर्ट पर रोक दिया।  वहीं सरकार का कहना है कि अखिलेश यादव को एयरपोर्ट पर रोकने का फैसला इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के आग्रह पर किया गया।

अमौसी एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि 27 दिसंबर को ही इलाबाद यूनिवर्सिटी का कार्यक्रम भेज दिया था। ताकि कोई शिकायत हो तो उसकी जानकारी मिल जाए। एसपी प्रमुख ने कहा कि बीजेपी वाले यूनिवर्सिटी के चुनावों को अपना चुनाव समझ रहे थे।

अखिलेश यावद के आरोपों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के आग्रह पर अखिलेश यादव को वहां जाने से रोका गया। सीएम ने कहा कि ”प्रयागराज में कुंभ चल रहा है और अभी तक कई कार्यक्रम सफलतापूर्व संपन्न हुए हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आग्रह किया था कि अखिलेश के आने पर छात्र संगठनों के बीच हिंसा हो सकती है। इसी आधार पर उन्हें रोकने का फैसला किया गया।”

माया और ममता ने क्या कहा?

अखिलेश यादव को एयरपोर्ट पर रोक जाने पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी निंदा की है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि अखिलेश यादव को इलाहाबाद जाने से रोकना बीजेपी की तानाशाही है। ये लोकतंत्र की हत्या है।

प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी अखिलेश यादव को एयरपोर्ट पर रोने जाने को लेकर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं के ”अहंकारी रवैये की वजह” से ऐसा हुआ।

अखिलेश यादव को प्रयागराज जाने से रोके जाने के विरोध में एसपी कार्यकर्ताओं और विधायकों ने जमकर हंगामा किया। एसपी विधायकों और विधान पार्षदों ने राजभवन पर धरना भी दिया।

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