आजम खान ने क्यों कहा कि उनका बेटा लादेन या दाऊद नहीं?
समाजवादी पार्टी से सांसद आजम खान के सितारे इन दिनों गर्दिश है। एक बाद एक मुश्किलों में वो घिरते जा रहे हैं। उनके साथ ही उनके बेटे पर भी कानून का शिंकजा कसा है।
पासपोर्ट में गलत जानकारी देने पर पुलिस ने उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को गिरफ्तार किया था। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने गौर यूनिवर्सिटी से लेकर बेटे की गिरफ्तारी तक हर मुद्दों पर अपनी बात रखी है। आजम खान ने कहा कि अगर ताजमहल की जगह 2 हजार विश्विद्यालय बने होते तो आज मुस्लिम समुदाय दुनिया के सबसे पढ़ा-लिखा समुदाय होता। बेटे का बचाव करते हुए आजम ने कहा कि पासपोर्ट में एक गलती से यह मतलब नहीं है कि उनका लादेन से संबंध है। आपको बता दें कि अबदुल्ला आजम पासपोर्ट में जन्मतिथि के मामले में फंसे हैं। उनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
सांसद रमा देवी पर संसद में की गई शायरना टिप्पणी पर चौतरफा आलोचना झेल रहे आजम खान ने इस पर भी अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि उर्दू प्यार और मानवता की भाषा है। अगर मैंने एक भी गैरसंसदीय शब्द इस्तेमाल किया है तो मैं लोकसभा से इस्तीफा देने को तैयार हूं। आजम ने कहा कि स्थानीय प्रशासन के ना चाहने के बावजूद मैं संसद बना। बस यही बात सरकार की आखों में खटक रही है।
जौहर यूनिवर्सिटी की जांच पर क्या कहा?
जौहर यूनिवर्सिटी जमीन विवाद पर आजम खान ने कहा कि चार सौ बीघा जमीन खरीदी गई तो चार बीघे के जालसाजी क्यों की जाएगी? ये आरोप वो लोग लगा रहे हैं जो पहले ही अपनी जमीनें बेच चुके हैं। इसमें से कुछ का को आपराधिक इतिहास भी है। किताब चोरी के आरोपों पर सफाई देते हुए रामपुर के सांसद ने कहा कि उन्हें चोर इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि उन्होंने ऐसे मदरसे से किताबें खरीदीं जो 60 साल पहले ही बंद हो चुका है।