अपूर्वा ने अपने पति और एनडी तिवारी के बेटे रोहित की क्यों ली थी जान? 518 पन्नों की चार्जशीट में खुलासा
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे की हत्या के मामले में दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है।
क्राइम ब्रांच ने 518 पन्नों की चार्जशीट दिल्ली की साकेत कोर्ट में दाखिल की है। चार्जशीट में रोहित की मां उज्ज्वला तिवारी समेत 56 लोगों के नाम गवाह के तौर पर दर्ज किए गए हैं। चार्जशीट के मुताबिक, रोहित कि पत्नी अपूर्वा के खिलाफ धारा 302 के तहत आरोप तय किए गए हैं। इस धारा के तहत दोषी ठहराए जाने के बाद अपूर्वा को मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। रोहित शेखर की इसी साल 16 अप्रैल को हत्या की गई थी। हत्या का आरोप रोहित की पत्नी अपूर्वा पर लगा था।
चार्जशीट में ये बातें दर्ज हैं:
रोहित की पत्नी अपूर्वा को संदेह था कि उसके पति का उनकी भाभी से एक बेटा है। अपूर्वा को डर था कि कहीं संपत्ति रोहित की भाभी के बेटे के पास न चली जाए।
अपूर्वा की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं, लेकिन रोहित से विवाह के बाद उसे इस बात का अंदाजा हुआ कि उसके पति का कोई राजनीतिक आधार नहीं है। अपूर्वा को लगा कि उसके सपने पूरे नहीं होंगे। रोहित से विवाह करने के 14 से 15 दिनों बाद ही अपूर्वा अलग घर में रहने लगी थी।
15 अप्रैल को रोहित शेखर, उसकी भाभी, एनडी तिवारी के सहयोगी और दो अन्य लोग मतदान के बाद उत्तराखंड के हल्द्वानी से दिल्ली लौट रहे थे। अपूर्वा ने रोहित को वीडियो कॉल करके पूछा था कि वो शाम को क्या भोजन करेगा। वीडियो कॉल के दौरान अपूर्वा ने कार में महिला को रोहित के साथ शराब पीते संभवत: देख था, लेकिन उसने उस वक्त कुछ नहीं कहा।
रोहित करीब रात करीब 10 बजे अपने घर पहुंचे थे। उन्होंने अकेले खाना खाया और अपने कमरे में चले गए। इस दौरान रोहित अपनी मां से भी मिले थे।
अपूर्वा टीवी देखने के बाद देर रात पौने 1 बजे रोहित के कमरे में गई। रोहित के अपनी भाभी के गिलास में शराब पीने को लेकर अपूर्वा की बहस हुई। इसके बाद उसने अपने पति रोहित की हत्या कर दी।