शिपाल ने भतीजे अखिलेश को दी नसीहत, बोले- ज्यादा सीटें जीतीं तो धोखा दे सकती हैं मायावती, रहें सावधान!
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव ने उत्तर प्रदेश के चंदौली में सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एसपी-बीएसपी गठबंधन पर सवाल खड़े किए।
सभा को संबोधित करते हुए शिपाल यादव ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “1995 में लखनऊ गेस्ट हाउस कांड में बहन जी ने मेरे ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाया था। मैंने कहा था मैं जांच के लिए तैयार हूं, मैं नार्को टेस्ट के लिए तैयार हूं। मेरी शर्त ये थी कि नार्को टेस्ट बहन जी का भी होना चाहिए, मेरा भी होना चाहिए।”
Shivpal Singh Yadav, PSP(L) on 1995 Lucknow guest house case: Behenji ne mujh par yaun shoshan ka aarop lagaya tha. Maine kaha tha mai jaanch ke liye taiyaar hu, mai narco test ke liye taiyaar hu, meri shart yeh hai ki narco test behenji ka bhi hona chahiye, mera bhi hona chahiye pic.twitter.com/M2A2W7fvN7
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2019
शिपाल ने मंच से खनन घोटाले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी की सरकार में खनन घोटाला नहीं हुआ तो सीबीआई की जांच से डरने की क्या जरूरत है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार में मेरे पास भी खनन विभाग था, लेकिन मेरा नाम इस घोटाले में नहीं आया है। उन्होंने इस मौके पर अखिलेश यादव को एक नसीहत भी दी। शिपाल ने अखिलेश यादव से कहा कि बीएसपी प्रमुख मायावती भरोसे के लायक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर मायावती ज्यादा सीटें जीतीं तो धोखा देंगी।
सभा को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने अपने बड़े भाई और समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यावद पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को मेरे बड़े भाई प्रोफेसर साहब ने बर्बाद कर दिया। शिपाल ने आगे कहा, “हमने कहा था कि हमारे बड़े भाई पार्टी को पलीता लगाने के लिए काफी हैं। 232 विधायक में सिर्फ 47 जीते। उन्होंने हमें हराने की पूरी कोशिश की। फिर भी एक लाख 25 हजार वोट मिले।”
गौरतलब है कि अखिलेश यादव से तकरार के बाद शिवपाल यादव ने समाजादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया था। शिपाल ने ऐलान किया था कि उनकी पार्टी लोकसभा की 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।