लॉकडाउन की वजह से अलग-अलग प्रदेशों में फंसे मजदूरों और अन्य प्रवसियो को अपने-अपने घर जाने की केंद्र सरकार से छूट मिलने के बाद भी बिहार के मजदूरों को अभी तक कोई राहत नही मिल पाई है।
अल्मोड़ा में फंसे बिहार के मजदूर अपनी सरकार से लंबे समय से अपने घर बुलाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन बिहार सरकार इनकी सुनने को तैयार नही है। ऐसे में मजदूरों में बिहार सरकार के खिलाफ खासा आक्रोश है। लॉकडाउन के बाद बिहार सैकड़ों मजदूर अपने राज्य में लौटने के लिए इन दिनों अल्मोड़ा कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन बिहार के मजदूरों को उनके राज्य में भेजने की कोई व्यवस्था नहीं हो रही है।
बिहार पहुंचने के मांग को लेकर अल्मोड़ा जिला कलेक्ट्रेट में भारी संख्या में मजदूरों ने जमा होकर बिहार भेजने की मांग की। मजदूरों का कहना है कि अपने प्रदेश और घर लौटने के लिए वो लगातार अधिकारियों लेक्ट्रेट का चक्कर काट रहें हैं, लेकिन बिहार सरकार उनको लाने की कोई व्यवस्था नहीं कर रही है। मजदूरों का कहना है कि अगर बिहार सरकार उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं कर सकती है तो वह स्प्ष्ट बता दे, ताकि मजदूर पैदल बिहार पहुंचने का प्रयास करेंगे।
वहीं, अधिकारियों का कहना है कि बिहार मूल के मजदूरों को उनके प्रदेश में भेजने के लिए बातचीत बिहार सरकार से की जा रही है। फिलहाल ट्रेन और बस से मजदूरों को बिहार भेजने के लिए प्रक्रिया जारी है। अधिकारियों का कहना है कि अगर मजदूर निजी वाहनों या अपने साधन से बिहार लौटना चाहते हैं तो उन्हें पास जारी किया जाएगा। पास देने में कोई देर नहीं हो रही है।
(अल्मोड़ा से हरीश भंडारी की रिपोर्ट)
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