उत्तराखंड: कोरोना वायरस की एक और संदिग्ध महिला मरीज आई सामने, ऋषिकेश AIIMS में भर्ती
चीन में कोरोना वायरस से अब तक 360 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग इस जानलेवा बीमारी की चपेटी में हैं।
कोरोना वायरस से भरत में दहशत का माहौल है। केरल में अब तक तीन मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। तीनों मरीजों का अस्पताल में इलाज जारी है। कोरोना वायरस को लेकर उत्तराखंड के लोग भी डरे हुए हैं। इस बीच कोरोना वायरस की संदिग्ध महिला को ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में मुताबिक, महिला को आईसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है। इसके साथ ही उसका ब्लड सैंपल लेकर पुणे लैब में जांच लिए भेज दिया गया है।
ऋषिकेश एम्स के जनसंपक अधिकारी के अनुसार, यह महिला आईडीपीएल की रहने वाली है। महिला को एक हफ्ते से गले में खराश, सूखी खांसी और सिरदर्द से पीड़ित थी। वो ईएनटी ओपीडी में जांच कराने के लिए आई थी। जनसंपक अधिकारी ने बताया कि एहतियातन के तौर पर महिला को आईसोलेशन वॉर्ड में भर्ती किया गया है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद यह साफ हो पाएगा कि महिला को कोरोना वायरस है या नहीं। इस बीमारी से मिलते जुलते लक्षण पाए जाने के बाद महिला को आईसोलेशन वॉर्ड में रखने का फैसला किया गया है।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। लोगों को लगातार कोरोना के बचाव, लक्षण से जुड़ी जानकारियां दी जा रही हैं। प्रदेश की सीमा चीन और नेपाल से सटी होने की वजह से कोरोना वायरस को लेकर खास सावधानी बरती जा रही है।
क्या है कोरोना वायरस और क्या है इसके लक्षण?
कोरोना वायरस एक विषाणुजनित रोग है। जो चीन में काफी फैला हुआ है। धीरे-धीरे ये वायरस दूसरे देशों में भी तेजी से फैल रहा है। उत्तराखंड में वायरस ने दस्तक दे दी है। अब तक दो मरीज में इस वायरस के होने की आशंका जताई गई है। बुखार खांसी-जुकाम, गले में खराश होना इस वायस के लक्षण हैं। हालत ज्यादा गंभीर होने पर इंसान को सांस लेने में तकलीफ और न्यूमोनिया होने लगता है।
कैसे करें बचाव?
इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सावधानी और सतर्कता से बचाव आसान है। कोरोना वायरस के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन फिलहाल नहीं है। सिर्फ लक्षण और डॉक्टरों की सलाह से इसका इलाज किया जाता है।