चीन में MBBS की पढ़ाई कर रही दून की छात्रा में कोरोना वायरस के मिले लक्षण, AIIMS ऋषिकेश में भर्ती
चीन में कोरोना वायरस से अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत और सैकड़ों लोगों के इस बीमारी से ग्रसित होने के बाद चारों तरफ दहशत का माहौल है।
भारत में कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। केरल में कोरोना वायरस का पहला मरीज समाने आ चुका है। ऐसे में उत्तराखंड समेत पूरे देश में इस बीमारी को लेकर सरकारें सतर्क हैं। उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। इस बीच राजधानी देहरादून में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है। चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही देहरादून की युवती में कोरोना वायरस से मिलते-जुलते लक्षण मिले हैं। युवती को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। युवती का सैंपल फिलहाल पुणे के नेशनल वायरॉलजी इंस्टीट्यूट में जांच के लिए भेजा गया है।
युवती को गुरुवार को दून अस्पताल से एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की एक खास टीम युवती का इलाज कर रही है। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि गुरुवार को दून अस्पताल से एक युवती को एम्स ऋषिकेश लाया गया है।
युवती कोरोना वायरस की संदिग्ध मरीज है। युवती देहरादून की रहने वाली है। वो चीन के एक मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करती है। 19 जनवरी को चीन से ये युवती भारत लौटी थी। बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को युवती की तबीयत बिगड़ने के बाद उसके परिजन दून अस्पताल लेकर पहुंच थे।
कोरोना वायरस और इसके लक्षण क्या हैं:
कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति को सिरदर्द, खांसी, गले में खराश, बुखार, लगातार छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना, थकान महसूस होना, निमोनिया हो जाना या फेफड़ों में सूजन जैसे लक्षण हो सकते हैं। बूढ़े व्यक्तियों के लिए यह वायरस और घातक हो सकता है, क्योंकि जवान लोगों की तुलना में बूढ़े लोगों में रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है। विशेषज्ञों ने हाल ही में कोरोना वायरस के जीन अनुक्रम को डिकोड किया जिसे 2019-एनसीओवी का नाम दिया गया है। ऐस में इस तरह की दिक्कत महसूस होते ही डॉक्टर से मिलें। कोरोना वायरस को 1960 के दशक में पहली बार खोजा गया था। उसकी मुकुट जैसी आकृति की वजह से उसे कोरोना या क्राउन नाम दिया गया।