उत्तराखंड: ‘हथेली’ पर जान लेकर सफर करने को लोग मजबूर! चंपावत-टनकपुर के बीच मलबा गिरने का सिलसिला जारी
उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। लगातार बरस रही बारिश के कारण कई जिलों में भूस्खलन और बाढ़ जैसे हालात हैं।
कई राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं, तो कई ऐसे भी हैं जहां रुक रुक कर पहाड़ों से बोल्डर गिर रहे हैं। ये स्थिति तब है जब मौसम ठीक है। दरअसल, चंपावत में आज मौसम ठीक रहा, लेकिन टनकपुर-चम्पावत हाईवे में इस दौरान कई जगहों पर पहाड़ों से चट्टाने गिरती रही।
राष्ट्रीय राजमार्ग में रुक रुक कर मलबा आने से लोग के बीच डर का माहौल पैदा हो गया है। इस दौरान कुछ समय के लिए आवाजाही भी बाधित रही, लेकिन बोल्डरों का गिरना जारी रहा। सूचना के बाद एनएच और कार्यदायी संस्था की टीमें मौके पर पहुंची जिसके बाद रास्तों को खोला गया। जानकारी के मुताबिक सुबह सात बजे सिन्याड़ी के पास मलबा आ गया। इससे एनएच बंद हो गया।
एनएच बंद होने की जानकारी मिलते ही मौके पर एनएच की टीमें पहुंच गई। करीब आधे घंटे के भीतर एनएच आवाजाही के लिए खोल लिया गया। इसके अलावा स्वाला, धौन और चल्थी के पास भी छिटपुट मलबा गिरने का सिलसिला जारी रहा। रूक रूक कर गिर रहे मलबे से लोगों में डर का माहौल है। ऐसे में यात्री और स्थानीय लोग अपनी जान हथेली पर लेकर उन रास्तों को पार कर रहे हैं जहां बोल्डरों के गिरने का सिलसिला जारी है।