सीएम त्रिवेंद के क्षेत्र में बदहाल सड़कें हादसों को दे रही दावत, शिकायत के बावजूद प्रशासन नहीं ले रहा सुध!
उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच कई जगहों पर सड़के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कुछ ऐसी सड़कें भी हैं जो पहले से ही क्षतिग्रस्त पड़ी हैं।
सरकार नई सड़कें तो बनावा रही है। लेकिन प्रशासन द्वारा पुरानी सड़कों की मरम्मत पर ध्यान हीं देने के आरोप लग रहे हैं। सीएम त्रिवेंद्र रावत के गांव से लगती सड़कों का भी बुरा हाल है। आरोप है कि प्रशासन कुंभकर्णीय नींद सो रहा है। कई बार इन सड़कों की मरम्मत को लेकर प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है लेकिन स्थिति जस की तस है।

जिस सड़क की तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं ये मुख्यमंत्री जी के गांव खैरा से जा रही है। इसका नाम सतपुली सिसलड़ी मोटर मार्ग है। ये 1992 में बना था। ये मार्ग एक तरफ से जिला मुख्यालय पौड़ी से जुड़ता है दूसरी और तड़केश्वर रिखणीखाल कोटद्वार को जोड़ता है। इस पर एक बार डामरी करण हुआ था ये 36 किलोमीटर है। बीच में 12 किलोमीटर पर फिर डामरीकरण किया गया था लेकिन वो भी कई जगहों पर उखड़ चुका है करीब 7 से ऊपर जगह पर पुस्ते टूटे हुए हैं।
ना सिर्फ सड़कें बल्कि झाड़ियों का कटान भी कई समय से नहीं हुआ है। इस बात की जानकारी भी प्रशासन को कई बार दे दी गई है। अब स्थानीय युवाओं के द्वारा खुद ही झाड़ी कटान और खड्डे भरने का कार्य किया जा रहा। झाड़ी काटने के लिए इन युवकों को आधुनिक झाड़ी काटने का सामान स्थानीय पत्रकार इन्द्रजीत असवाल ने दिए हैं। झाड़ी कटान का कार्य स्थानीय समाजसेवी अनिल रावत की अगुवाई में किया जा रहा है। इनके साथ सावन सिंह रावत, यसवंत नेगी, अनूप नेगी, साजन शकुंतला देवी, भुन्द्रा देवी, पूजा देवी, उषा देवी, संगीता देवी, सुषमा देवी, सुनील सिंह, जितेंद्र हैप्पी, आशु संजय उर्फ उटीन, सूरज, ऋषभ, लक्की और अन्य युवाओ के द्वारा किया जा रहा है।
(पौड़ी गढ़वाल से इन्द्रजीत असवाल की रिपोर्ट)