टिहरी: DM हो तो घिल्डियाल जैसा, पहाड़ी रास्तों पर 17 KM पैदल चलकर सीमांत गांव में समस्याएं सुनने पहुंचे
टिहरी के डीएम मंगेस घिल्डियाल के जब्जे को आज पूरा उत्तराखंड सलाम कर रहा है। घिल्डियाल ने एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि प्रदेश की जनता ही उनके लिए सबकुछ है।
पहाड़ी रास्तो पर 17 किलोमीटर पैदल चलकर डीएम घिल्डियाल सीमांत गांव गंगी पहुंचे, जहां उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान उन्होंने आपदा से नुकसान का जायजा भी लिया। डीएम के सामने लोगों ने आपदा से क्षतिग्रस्त हुए रास्ते, पैदल पुल, स्कूल भवन का जल्द निर्माण कराने जैसी मांगें रखीं।
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने लोगों की परेशानियों को ध्यान सुनीं। इसके बाद उन्होंने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को तीन महीने के भीतर यातायात के लिए बंद पड़ी सड़क को जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिए। डीएम ने बताया कि देश की सुरक्षा और सामरिक दृष्टि को देखते हुए यहां पर दूरसंचार की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल दूरसंचार व्यवस्था शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
डीएम मंगेश घिल्डियाल को पीएमओ में नियुक्ति मिल गई है। उनके काम से प्रभावित होकर पीएम मोदी ने अंडर सेक्रेटरी पद पर घिल्डियाल की नियुक्ति कवाई है। दिल्ली से बुलावा आने के बावजूद वो जिले में काम में लगे हुए हैं। यही वजह है कि उन्होंने अपने काम को प्राथमिकता देते हुए जिले के सीमांत गांव पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।