उत्तराखंड: चमोली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डीएम की बहुत अच्छी पहल
उत्तराखंड के चमोली में डीएम स्वाति एस भदौरिया ने जिले में पर्यटन को बढ़ाना देने के मकसद से एक सरकारी होम स्टे की शुरुआत की है। ये जिलासू में पहाड़ी शैली पर बना पहला सरकारी होम स्टे है। इसका नाम बाखली है।
इसको चलाने की जिम्मेदारी एकीकृत आजीविका परियोजना से जुड़े मां चंडिका स्वायत्त सहकारिता समूह को दी गई है। जिलाधिकारी की इस पहले से एक तरफ जहां जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, तो वहीं दूसरी तरफ स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के मौके भी पैदा होंगे। आपको बता दें कि जिलाधिकारी स्वाति ने पिछले वित्तीय वर्ष में शहर में टूरिज़म को बढ़ावा देने के लए पर्यटन विभाग को बजट आंवटित किया था। उन्हीं रुपयों से पर्यटन विभाग ने पहाड़ी शैली में दो कमरों का होम स्टे तैयार किया है। जिसमें एक दिन में चार लोग ठहर सकते है। कृषि आधारित पर्यटन को बढावा देने के लिए जिलासू में होम स्टे तैयार किया गया है। यहां आने वाले पर्यटक जिलासू, लंगासू और इसके आसपास परंपरागत पहाड़ी खेती से भी रूबरू होंगे और ग्रोथ सेंटर से स्थानीय उत्पादों की खरीददारी कर सकेंगे।
होम स्टे में पर्यटकों के लिए पहाडी व्यंजनों का खास मेन्यु तैयार किया गया है। यहां टूरिस्ट को मंडवे की रोटी, चैसा, फाणू, छाछ, बद्री-घी, स्थानीय दाल, सब्जियां, तिल्ल की चटनी वगैरह परोसे जाएंगे। जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेंद्र पांडेय ने बताया कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद में जल्द ही होम स्टे का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। लेकिन फिलहाल यहां आने की चाहत रखने वाले पर्यटक इस मोबाइल नंबर 9536376331 पर संपर्क कर बुकिंग करा सकते हैं।
बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर कर्णप्रयाग से करीब 8 किलोमीटर दूर नंदप्रयाग की तरफ नदी किनारे बसा जिलासू एक सुंदर गांव है। यहां पर अलकनंदा नदी का सुंदर नजारा दिखता है। जिला प्रशासन ने यहां पर ग्रामीणों के लिए आयुर्वेद अस्पताल में पंचकर्मा सुविधा और मेडिटेशन सेंटर की व्यवस्था बनाई है
चमोली से जितेंद्र पंवार की रिपोर्ट