चुनाव से ठीक एक साल पहले उत्तराखंड में सियासी उठापठक बहुत तेज हो गई है।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद ये सवाल पूछा जा रहा है कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। फिलहाल बीजेपी की तरफ से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। माना जा रहा है कि एक-दो नों में नाम सामने आ जाएगा। 20 साल के उत्तराखंड के इतिहास में अब तक कुल 10 मुख्यमंत्री बने हैं। आपको बताते है किसका कार्यकाल कितने दिन रहा।

1. नौ नवंबर 2000 को नित्यानंद स्वामी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने। वो 29 नवंबर 2001 तक प्रेदेश के सीएम रहे।

2. 30 अक्टूबर 2001 को भगत सिंह कोश्यारी को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया।

3. नारायण दत्त तिवारी 2 मार्च 2002 से 7 मार्च 2007 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे।

4. 7 मार्च 2007 को बीजेपी ने भुवन चंद्र खंडूरी को मुख्यमंत्री बनाया गया। उसके बाद पार्टी नेतृत्व ने खंडूरी की जगह पर रमेश पोखरियाल को मुख्यमंत्री बनाया। उनकी जगह पर वापस भुवन चंद्र खंडूरी को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बना दिया गया। खंडूरी का यह कार्यकाल महज छह महीने का ही रहा।

5. 2012 में कांग्रेस को प्रदेश में सरकार बनाने का मौका मिला। पार्टी ने विजय बहुगुणा को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया।

6. उसके बाद हरीश रावत को कांग्रेस ने उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया। दो साल दो महीने तक मुख्यमंत्री बने रहने के बाद उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया।

7. प्रदेश में करीब 25 दिन राष्ट्रपति शासन लगा रहा। 21 अप्रैल 2016 को एक बार फिर हरीश रावत महज एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बने। उसके बाद 19 दिन का राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। तमाम राजनीतिक उठापटक के बाद हरीश रावत 11 मई 2016 से 18 मार्च 2017 तक फिर मुख्यमंत्री बने।

8. हरीश रावत के बाद 18 मार्च 2017 को त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने। जिन्होंने गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी और तीसरे मंडल के रूप में नई पहचान दी।

9. उत्तराखंड के इतिहास में सिर्फ नारायण दत्त तिवारी ही ऐसे मुख्यमंत्री रहे, जिन्होंने अपना पूरा कार्यकाल बगैर किसी परेशानी के पूरा किया।

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