देहरादून: यूरोप की तर्ज पर चलेगी मेट्रो-पॉड, स्विट्जरलैंड की तर्ज पर चलेगा हाईटेक रोपवे, प्रदेश में ऐसे बदलने वाला है ट्रांसपोर्टेशन
उत्तराखंड के लोग जल्द ही अब अपने प्रदेश में मेट्रो का सफर करेंगे।
उत्तराखंड मेट्रो कॉर्पोरेशन की लंबी जद्दोजहद के बाद प्रदेश सरकार ने सरकार ने लाइट मेट्रो, रोपवे और पॉड टैक्सी के परिवहन योजना को हरी झंडी दे दी है। इसके बाद अब यूरोप की तर्ज पर देहरादून में भी आधुनिक परिवहन सुविधाएं स्थापित करने की दिशा में रोपवे प्रोजेक्ट का काम शुरू किया जाएगा। वहीं हरिद्वार और ऋषिकेश के सुगम यातायात के लिए जर्मनी की तर्ज पर लाइट मेट्रो ट्रेन चलाने को भी मंजूरी मिल गई है। इतना ही नहीं, हरिद्वार में लंदन की तर्ज पर हाईटेक पॉड टैक्सी का संचालन भी किया जाना प्रस्तावित है।
आपको बता दें कि लाइट मेट्रो और रोपवे समेत पॉड टैक्सी जैसी महत्वकांक्षी योजना पर डीपीआर का कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। शासन से इजाजत मिलने के बाद तीनों प्रोजेक्ट पर तेजी से काम आगे बढ़ेगा। हरिद्वार और देहरादून में रोपवे और पॉड टैक्सी योजना के तहत काम करने वाला उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां मैदानी जिलों में इस तरह की हाईटेक परिवहन व्यवस्था कर रही है। अभी तक सिर्फ पहाड़ी इलाकों में ही रोपवे की व्यवस्था देखी जाती थी। अब राजधानी देहरादून में भी परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाने की दृष्टि से रोपवे की व्यवस्था स्विजरलैंड की तर्ज पर बनाई जा रही है। वहीं, हरिद्वार धर्मनगरी में अलग-अलग घाटों और धार्मिक स्थलों पर पहुंचने के लिए लंदन की तर्ज पर पॉड टैक्सी व्यवस्था बनाई जा रही है। आपको बता दें कि पॉड टैक्सी ग्लास केबिन होता है, जो पूरी तरह स्वचालित होता है।
अगर, योजनाएं धरातल पर उतरी तो उत्तराखंड पर एलआरटी के संचालन वाला भी पहला राज्य बन जाएगा. लाइट मेट्रो में अधिकतम तीन से चार बोगी होती है और यह काफी हद तक मेट्रो से मिलती-जुलती नजर आती है. लाइट मेट्रो को देहरादून शहर के आईएसबीटी, राजपुर, एफआरआई, पंडितवाड़ी, रायपुर स्टेडियम जैसे महत्वपूर्ण मार्गों पर पहले चलाने की योजना थी. लेकिन इसके भारी-भरकम बजट के चलते फिलहाल इसके विकल्प में रोपवे को देहरादून के लिए संचालित करने की राज्य सरकार द्वारा अनुमति मिली है।