हरिद्वार: जिला महिला अस्पताल होगा हाईटेक, गर्भवती महिलाओं को नहीं करना पड़ेगा रेफर
जिला महिला अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की इजाजत मिल गई है।
अस्पातल में अब 235 बेड होंगे। अस्पताल के नए भवन के निर्माण के लिए फिलहाल 38.97 करोड़ का बजट पास हुआ है। दिसंबर के महीने में भवन का निर्माण काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे पहले पिछले साल दिसंबर में एनएचएम ने चैनराय जिला महिला अस्पताल में 100 बेड के निर्माण की स्वीकृति दी थी। उस वक्त 100 बेड के अस्पताल को बनाने का बजट करीब 32 करोड़ रुपये रखा गया था। उस वक्त स्वास्थ्य सचिव का मानना था कि अस्पताल में कम से कम 100 और बेड की जरूरत होगी। इसके बाद स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य महानिदेशक, मिशन निदेशक और सीएमएस के बीच बैठक हुई जिसमें ये फैसला हुआ कि अस्पताल में 200 बेड का अस्पताल बनाया जाए।
मीटिंग में स्वास्थ्य सचिव ने नए भवन में कर्मचारी आवासों को शामिल नहीं करते हुए 200 बेड के अस्पताल के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने दो और फ्लोर के साथ नए भवन का एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा था। जिसके मुताबिक करीब 39 करोड़ रुपये का खर्च आना था।
चूंकि 100 से बेडों की संख्या दो गुनी करने पर खर्च ज्यादा नहीं बढ़ रहा था, लिहाजा 200 बेड का भवन बनाने की स्वीकृति दे दी गई। अभी जिला महिला अस्पताल में सिर्फ 35 बेड हैं। 200 और बेड बनने के बाद अस्पताल की क्षमता 235 बेड की हो जाएगी। वहीं अस्पताल में अभी सिर्फ 12 बेड की सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट है। अब नए भवन में 20 बेड का एसएनसीयू बनाया जाएगा। इससे नवजात बच्चों को अस्पताल में पहले से बेहतर इलाज मिल पाएगा।