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उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं और बीमार हैं तो इस बात का रखें ध्यान, वरना बढ़ सकती है परेशानी

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से हर रोज देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु चारों धामों में पहुंच रहे हैं।

यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं के बीमार होने की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। वर्तमान स्थिति ये है कि रोजाना हजारों लोग अपनी स्क्रीनिंग और इलाज करा रहे हैं। यही नहीं, अभी तक कई लोगों को यात्रा मार्ग से बिना दर्शन के वापस भी भेजा गया है, जो बीमार होने के बावजूद धामों के दर्शन करने आ रहे हैं। पिछली बार की यात्रा से सबक लेकर इस बार सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं को भी बेहतर किया गया है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बीमार श्रद्धालुओं को तुरंत इलाज दिया जा रहा है। अब तक के आंकड़े देखें तो केदारनाथ धाम में यात्रियों को ज्यादा दिक्कतें हो रही हैं।

राज्य सरकार लगातार अपील कर रही है कि श्रद्धालु अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए चारधाम दर्शनों को आएं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, धामों में इलाज लेने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। धामों में रोजाना करीब 2500 लोग ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा इमरजेंसी, इंजर्ड और रेफर के भी तमाम मामले सामने आ रहे हैं।

राज्य सरकार ने धामों में आने वाले 55 साल से अधिक उम्र के श्रद्धालुओं की आवश्यक रूप से स्क्रीनिंग करा रही है। यही वजह है कि रोजाना करीब 10 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, केदारनाथ धाम में अभी तक करीब 20 हजार 600 लोग ओपीडी का लाभ उठा चुके हैं। साथ ही 6 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। इसके अलावा केदारधाम में इमरजेंसी के 2919, इंजरी के 257 के साथ ही 68 लोगों को रेफर किया जा चुका है। इसके अलावा श्रद्धालुओं के बीमार होने के चलते अभी तक केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग से 20 लोगों को वापस भेजा गया है। चारों धामों से अभी तक कुल 35 लोगों को वापिस भेजा जा चुका है।

चारोंधामों में से श्रद्धालुओं की सबसे अधिक हेल्थ स्क्रीनिंग गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, यमुनोत्री धाम में अबतक करीब 72 हजार श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग हो चुकी है, जिसमें 54 साल से कम उम्र के 36 हजार से ज्यादा श्रद्धालु और 55 साल से अधिक उम्र के 35 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हैं। इसके साथ ही 15 श्रद्धालुओं को अबतक यमुनोत्री धाम से वापस रवाना किया गया है। वहीं, गंगोत्री धाम में अबतक करीब 41 हजार श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग हो चुकी है, जिसमें 54 साल से कम उम्र के करीब 24 हजार श्रद्धालु और 55 साल से अधिक उम्र के करीब 18 हजार श्रद्धालु शामिल हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि, किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो हुए इसके लिए ही सरकार श्रद्धालुओं को लगातार स्वास्थ्य और मौसम को लेकर आगाह कर रही है। मौसम लगातार बदल रहा है, ऐसे में श्रद्धालुओं से कहा जा रहा है कि यात्रा शुरू करने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें और अगर मौसम ठीक नहीं है तो यात्रा थोड़ा रुककर करें।

धामों में स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं को लेकर डीजी हेल्थ विनीता शाह ने बताया कि चारधाम यात्रा ने पर्याप्त मात्र में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि 55 साल अधिक उम्र के श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से की जाए। इसके अलावा यात्रा के दौरान कुछ गंभीर यात्रियों को यात्रा न करने की एडवाइज भी दी गई है।

12 मई तक चारों धामों में 7 लाख 27 हजार 157 श्रद्धालु पहुंचे हैं। यमुनोत्री धाम में अभी तक 1, 39,186 श्रद्धालु, गंगोत्री धाम में 1,54,415 श्रद्धालु, केदारनाथ धाम में 2,54, 234 श्रद्धालु और भू-बैकुंठ बदरीनाथ धाम में अबतक 1,79,340 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

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