उत्तराखंड: डेंगू की रोकथाम के लिए सरकार ने कसी कमर, सीएम ने अधिकारियों को दिए ये जरूरी निर्देश
उत्तराखंड में मानसून के दस्तक के साथ ही डेंगू का खतरा मंडराने लगा है। कोरोना के साथ डेंगू से निपटना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है।
डेंगू की चुनौती से निपटे के लिए सरकार ने कमर कस ली है। राज्य के जिला अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए जाने के बाद सरकार लगातार कदम उठा रही ताकि डेंगू के डंक से प्रदेश वासियो को महफूज रखा जा सके। इसकी कड़ी ने सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। राज्य में डेंगू पर काबू पाने के लिए हफ्ते में एक दिन व्यापक स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। स्वच्छता और जल निकासी पर खास ध्यान दिया जाएगा। साथ ही डेंगू से लोगों को बचाया जा सके इसके लिए व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। राज्य में सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत करने की तैयारी है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को कोरोना और डेंगू से रोकथाम और बचाव के लिए जिला अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तैयारियों को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि डेंगू से निपटने के लिए स्वच्छता पर खास ध्यान दिया जाए। जिन जिलों में पिछले सालों में डेंगू का फैलाव कम रहा है, उनमें इस साल इसे पूरी तरह नियंत्रित करने के लिए ठोस रणनीति बनाई जाए। उन्होंने कहा कि नगर निकायों में समय-समय पर फॉगिंग की जाए। डेंगू से बचाव के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए डॉक्टर समय-समय पर मीडिया से समन्वय स्थापित करें।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बारिश को देखते हुए पेयजल व्यवस्था पर खास ध्यान दिया जाए। पहाड़ी जिलों में बाररिश में पेयजल लाइनों के क्षतिग्रस्त होने और दूषित जल से बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों से लगातार संवाद बनाए रखें।
सीएम ने कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सर्विलांस सिस्टम को और ज्यादा मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग होम क्वारंटाइन और आइसोलेशन में हैं, उनकी लगातार निगरानी की जाए। उन्होंने सभी जिला अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सतर्कता और सुरक्षात्मक दृष्टि से काम करने के लिए कहा।