ऋषिकेश: लॉकडाउन में काम छूटने पर शख्स ने कमाई का जो रास्ता चुना उसने इसे जेल पहुंचा दिया
ऋषिकेश में काम छूटने पर एक शख्स ने अपराध का रास्ता चुन लिया और 13 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पूरे देश में कोरोना महामारी को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने लाखों लोगों को रोजगार छीन लिया। इनमें से कई को तो दोबारा काम मिल गया, लेकिन कई ऐसे हैं जिन्हें आज भी काम नहीं मिल पाया है। उनमें से कई लोगों ने कमाई के लिए अपराध का रास्ता चुना। ऐसा ही एक मामला ऋषिकेश में सामने आया है। यहां राजमिस्त्री का काम कर रहे एक शख्स का लॉकडाउन में काम छूट गया। जिसके बाद करीब एक साल होने के बाद भी उसे काम नहीं मिला तो वो अपराध को रास्ता पर चल पड़ा। भोलाराम ने ऋषिकेश के श्यामपुर में एक 12 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया और फिरौती के तौर पर लड़के के घर वालों से डेढ़ लाख रुपये की डिमांड की।
घर वालों ने पुलिस में शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी भोलाराम को यूपी के बिजनौर से गिरफ्तार कर लड़के को सकुशल बरामद कर लिया। दरअसल आरोपी लड़के को बस से लेकर मुरादाबाद जा रहा था। वो मुरादाबाद से ट्रेन के जरिए आगे जाना चाहता था। पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल ने बताया कि पुलिस टीम अपहरणकर्ता के पीछे-पीछे ऋषिकेश से रायवाला होते हुए हरिद्वार, नजीमाबाद, नगीना से धामपुर पहुंची। जहां थाना प्रभारी धामपुर अपनी टीम के साथ धामपुर तिराहे पर चेकिंग कर रहे थे। उनको घटना का विवरण देकर लोकेशन की जानकारी दी गई और संयुक्त रूप से आने जाने वाले गाड़ियों की चेकिंग की गई। जिस पर लगातार लोकेशन ट्रेस करते हुए नगीना की तरफ से आती हुई एक रोडवेज बस को रोककर चेक किया गया तो उसमें एक व्यक्ति, 13 साल बच्चे के साथ मिला। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी ने एक साल पहले लड़के के पिता का घर बनाया था। इस दौरान वो घरवालों से काफी घुल-मिल गया था। आरोपी को ये भी पता था कि लड़के के पिता के पास काफी पैसे हैं। लिहाजा उसने पैसे के लिए बच्चे का अपहरण कर लिया।