देश के लिए उत्तराखंड का ये किशोरी गृह और शिशु सदन बना मिसाल! जनिए कैसी है यहां की व्यवस्थाएं
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रदीप पंत और जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने शैल स्थित वन स्टाप सेन्टर और बख स्थित किशोरी गृह और शिशु सदन का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उन्होंने शैल स्थित वन स्टाप सेन्टर में पहुंचकर जानकारी प्राप्त की। वहां पर किचन और रहने के कमरों आदि का निरीक्षण किया। अध्यक्ष ने वहा पर साफ-सफाई और व्यवस्थाओं की तारीफ की और कहा कि अच्छी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि यहां आने वाली पीड़ित महिलाओं को अच्छा वातावरण दिया जाए, जिससे वो यहां से जाकर अच्छा महसूस करें। न्यायाधीश ने वन स्टाप सेन्टर प्रभारी और काउसंलर से कई जानकारी प्राप्त की।
इसके बाद उन्होंने बख स्थित किशोरी सदन की बालिकाओं से मुलाकात की और दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। वहां पर भी उन्होंने व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने लिविंग रूम, रसाईघर समेत पूरे परिसर का भ्रमण किया। उन्होंने रसोईघर में एक्जास्ट फैन और सभी कमरो में पेंट करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम चल रहा है इस दौरान कमरो में सीलन न आए इसका ध्यान रखें।
इस दौरान उन्होंने बच्चों द्वारा बनाए गए एैंपण और पेन्टिंग की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पेन्टिग और अन्य प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। भ्रमण के दौरान उन्होंने शिशु सदन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने छोटे बच्चों के स्वास्थ्य और अन्य जानकारिया भीं लीं। उन्होंने बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी न होने देने के निर्देश दिए। छोटे बच्चों की समुचित देखभाल करने के निर्देश अधीक्षिका और स्टाफ को दिए।
उनके साथ मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, तहसीलदार संजय कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश चैहान, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव नयन तिवारी, विद्या कर्नाटक, प्रमिला साह, बलिका गृह की अधिक्षिका माया पाण्डे, कविता बिष्ट, अभिलाषा तिवारी आदि उपस्थित थे।
(अल्मोड़ा से हरीश भंडारी की रिपोर्ट)