अभिषेक मनु सिंघवी की इस सलाह से क्या वाकई कांग्रेस का बेड़ा पार लगा पाएंगे राहुल गांधी?
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफे पर अड़े हैं। वहीं दूसरी तरफ देशभर में कांग्रेस नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी को एक खास सलाह दी है। पार्टी में फिर से जान फूंकने के लिए सिंघवी ने राहुल को 6 सूत्रीय कार्यक्रम पर अमल करने का सुझाव दिया है। सिंघवी को उम्मीद है कि इस सुझावों पर अमल किया गया तो कांग्रेस पार्टी में रचनामत्मक सुधार होंगे।
क्या हैं सुझाव?
अभिषेक मनु सिंघवी के मुताबिक राहुल गांधी को तीन से लेकर छह महीने तक पूरे देश में यात्रा करने कार्यक्रम बनाना चाहिए। सिंघवी ने कहा कि ये यात्राएं या तो रेल से करनी चाहिए या फिर पैदल करनी चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ाव हो सके। यात्राओं से मिलने वाले अनुभवों को राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यसमिति में लागू करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही सिंघवी ने इस बात पर जोर दिया है कि पार्टी में खास पदों पर तय किए जाने वाले नेतृत्व की उम्र सीमा भी तय की जानी चाहिए। इसके बाद कुछ मापदंडों के आधार पर राज्य स्तर के नेताओं का चुनाव किया जाना चाहिए। इस सलाह पर सिंघवी ने ये भी जोर दिया कि जब खास जिम्मेदारी निभाने कि लिए नेताओं का चयन हो तो फिर दोस्ती आड़े नहीं आनी चाहिए। सिर्फ जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
सिंघवी भी कांग्रेस के दूसरे बड़े नेताओं की तरह ये मानते हैं कि राहुल गांधी को पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए। अगर राहुल को लगता है कि उन्हें इस्तीफा देना ही है तो फिर कम से कम तब तक उन्हें अपने पद पर बने रहना चाहिए जब तक कि यह सुधार पार्टी में ठीक ढंग से लागू ना हो जाए। आपको बता दें कि एक जून को संसद भवन में कांग्रेस की मीटिंग है, जिसमें हार के कारणों पर चर्चा होगी। साथ ही आगे की रणनीति भी बनाई जाएगी।