क्रिकेटर से कमेंटेटर तक, इरफान पठान का सफरनामा
इंडियन क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी इरफान पठान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। शनिवार को उन्होंने इसका ऐलान किया। हालांकि वो फ्रेंचाइजी आधारित लीग के लिए उपलब्ध रह सकते हैं।
रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए पठान ने कहा कि ‘आज मैं सभी तरह की क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। यह मेरे लिए भावुक पल है, लेकिन यह ऐसा पल है जो हर खिलाड़ी की जिंदगी में आता है। छोटी जगह से हूं और मुझे सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे महान खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला, जिसकी हर किसी को तमन्ना होती है।’
इरफान पठान ने आखिरी बार 2012 में अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। ये टी-20 मैच कोलंबो में टीम इंडिया का साउथ अफ्रीका के खिलाफ था। वहीं घरेलू मैच की बात करें तो फरवरी 2019 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर टीम का प्रतिनिधित्व किया। हरफनमौला पठान ने पिछले महीने खुद को आईपीएल नीलामी पूल में भी नहीं रखा था।
गुजरात के इरफान पठान ने साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। अपनी स्विंग के चलते उन्होंने टीम में जल्द ही जगह पक्की कर ली। बल्लेबाजी भी उनकी काफी बेहतर थी। इसी वजह से लोग उस वक्त उनकी तुलना लोग कपिल देव से करने लगे थे। इरफान पठान ने 29 टेस्ट में 100 विकेट, 120 वनडे में 173 विकेट और 24 टी-20 इंटरनेशनल टी-20 में 28 विकेट लिए हैं। आपको बता दें कि 2007 टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में वो मैन ऑफ द मैच रहे थे। इरफान पठान फिलहाल जम्मू-कश्मीर टीम के मेंटर हैं और अक्सर कमेंटेटर की भूमिका में भी नजर आ जाते हैं।