उत्तराखंड: तिरंगे में लिपटे पिता को रात में दी गई अंतिम विदाई, सुबह परीक्षा देने पहुंची बेटी
कहते हैं कि इंसान की पहचान उसके कर्मों और हौसलों से होती है। ऊधमसिंह नगर के किच्छा में एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुनकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है।
सोमवार रात को शहीद पिता को अंतिम विदाई दी गई। उसके अगले ही दिन सुबह में बेटी ने हौसला दिखाते हुए बीएड फाइनल ईयर की परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पर पहुंची और अपने कर्तव्यों को पूरा करने के साथ ही पिता के सपने को भी साकार किया।
दरअसल ये पूरा मामला किच्छा निवासी ITBP के शहीद जवान जमीर अहम से जुड़ी है। डोकलाम में चीन सीमा पर तैनात जवान जमीर अहमद का निधन हो गया। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास किच्छा सोमवार को पहुंचा। घर पर मातम पसर गया है। उनके बेटे-बेटी का रो-रोकर बुरा हाल था। रात को ही जवान जमीर अहमद को अंतिम विदाई दी गई।
वहीं, जवान की बेटी शहनाज अगले दिन अपने भाई के साथ महाविद्यालय पहुंची और बीएड की परीक्षा दी। बिटिया के इस कदम से हर कोई गर्व महसूस कर रहा था।