चमोली में फिर फूटा कोरोना बम, प्रशासन ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाया बड़ा कदम
चमोली में बुधवार को कोरोना के 28 केस सामने आए। बुधवार को 614 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए।
देश में कोरोना का ग्राफ पिछले कुछ दिनों में गिरा है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तादाद लगातार घट रही है। जबकि बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कोरोना मरीजों की घटती संख्या की वजह से लोग काफी लापरवाह भी हो गए हैं, ये लापरवाही कई जगहों पर भारी पड़ रही है। चमोली में बुधवार को कोरोना के 28 केस सामने आए। जिसमें एचसीसी पीपलकोटी से 13, नारायणबगड से छह, देवाल से तीन, कर्णप्रयाग और गोपेश्वर से दो-दो तथा गैरसैंण और घाट से एक-एक श्ख्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
कोरोना वायरस से जिले में अब तक 1590 लोग संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि इसमें राहत की बात ये है कि 1271 लोग ठीक होकर घर भी जा चुके हैं। फिलहाल जिले में 319 एक्टिव केस हैं। वहीं कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन अपने स्तर पर सभी जरूरी कदम उठा रहा है। कोविड की जांच के लिए गौचर और जोशीमठ में भी ट्रू-नॉट मशीन लगा दी गई है। जबकि कर्णप्रयाग और जिला अस्पताल में पहले से ही जांच के लिए यह सुविधा है। इसक साथ ही संक्रमण से बचने के लिए दो गज की दूरी रखने और मास्क पहनने के लिए लगातार जागरुक किया जा रहा है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल जांच का दायरा भी बढ़ा दिया है। बुधवार को 614 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इसके साथ ही जिले से अभी तक 35298 व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा चुके हैं। जिसमें से 30994 सैंपल निगेटिव और 1590 सैंपल पॉजिटिव आई है। जबकि 1050 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है।