उत्तराखंड स्पेशल: क्यों खत्म होती जा रही है गढ़वाल की ये परंपरा?
गढ़वाल की एक परंपरा है डड्वार। नए वक्त में ये परंपरा मिटती सी जा रही है। डड्वार, गढ़वाल में दिया जाने वाला एक तरह का पारितोषिक है।
गढ़वाल की एक परंपरा है डड्वार। नए वक्त में ये परंपरा मिटती सी जा रही है। डड्वार, गढ़वाल में दिया जाने वाला एक तरह का पारितोषिक है।
पहाड़ों से घिरे इस प्रदेश की जीवन शैली बाकी प्रदेशों से बिल्कुल अलग है। यहां कुमाऊं और गढ़वाल में अलग-अलग जातीय समूहों के एक मिश्रण है।