कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका, बड़े नेता ने छोड़ी पार्टी
गर्दिश में चल रही कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता और अमेठी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पार्टी छोड़ दी।
राज्यसभा सभापति एम.वेंकैया नायडू ने संजय सिंह का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अब वो बीजेपी में शामिल होंगे। आपको बता दें कि संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह अमेठी से ही बीजेपी की विधायक हैं। संजय सिंह ने इस बार यूपी के सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। उन्हें मेनका गांधी ने हरा दिया था। आपको बता दें कि लंबे वक्त से संजय सिंह कांग्रेस पार्टी में हैं। 1980 में जब नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य ने अमेठी से चुनाव लड़ने का फैसला किया तो संजय सिंह ने संजय गांधी को अपना समर्थन दिया था।
संजय सिंह ने क्यों छोड़ी कांग्रेस?
ये पहली बार नहीं है जब संजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी है। वो इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ चुके हैं, लेकिन फिर पार्टी में वापस आ गए थे। इस बार पार्टी छोड़ने पर संजय सिंह ने कहा कि इस बार उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला बहुत सोच-समझ कर लिया है। उन्होंने कहाकि कांग्रेस में 15-20 सालों से संवादहीनता की स्थिति बनी हुई है।
डॉ. संजय सिंह 1980 के दशक में दो बार विधानसभा सदस्य रहे। हालांकि 1988 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और जनता दल का दामनम थाम लिया था। 1989 के लोकसभा चुनाव में राजीव गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। इसके बाद जनता दल ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। संजय सिंह ने अमेठी से 1998 में बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और उन्हें जीत मिली। संजय सिंह 1999 में भी भाजपा के टिकट पर अमेठी से मैदान में थे। इस बार उन्हें सोनिया गांधी ने करीब तीन लाख मतों से पराजित कर दिया था। इसके बाद सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2014 में कांग्रेस पार्टी ने संजय सिंह को असम से राज्यसभा भेज दिया था और उनका कार्यकाल अप्रैल 2020 में पूरा होना था।