उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के गोराबाजार क्षेत्र में बुधवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं एंटी करप्शन मिशन की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी 10 दिसंबर 2025 को होने वाले मानवाधिकार दिवस कार्यक्रम की तैयारी को अंतिम रूप देना था।
बैठक में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. वसीम रजा ने बताया कि इस साल मानवाधिकार जागरूकता अभियान को बड़े स्तर पर चलाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग मानवाधिकार संरक्षण और भ्रष्टाचार-मुक्त समाज की आवश्यकता को समझ सकें। उन्होंने कहा कि-
“10 दिसंबर को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें मानवाधिकार और सामाजिक जवाबदेही पर विस्तार से चर्चा होगी।”
सदस्यों को सौंपी गई जिम्मेदारियां
बैठक में मौजूद पदाधिकारियों और सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आपस में जिम्मेदारियों का बंटवारा किया। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं, बुद्धिजीवियों और आम नागरिकों को कार्यक्रम में जोड़ने के लिए एक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
बैठक में शामिल प्रमुख सदस्य
बैठक में कई पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से-
- कैप्टन कुमार गुप्ता
- प्रेमलाल दास (मीडिया प्रभारी)
- हिमांशु प्रसाद (जिला उपाध्यक्ष)
- कृष्णा पासवान (सदस्य)
- डॉ. इस्तियाक (जिलाध्यक्ष, गाज़ीपुर)
- अंसारी मुस्ताक अहमद (सदस्य)
- मन्नू अंसारी (सदस्य)
- शिवनाथ यादव (सदस्य)
- मुकेश यादव (जिला सचिव)
सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
सामाजिक जागरूकता को नई दिशा देने का संकल्प
बैठक के अंत में मिशन के पदाधिकारियों ने संकल्प लिया कि मानवाधिकार दिवस का यह आयोजन क्षेत्र में सामाजिक जागरूकता को नई दिशा देगा और संगठन की गतिविधियों को और अधिक मजबूत करेगा।
संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि मानवाधिकार और भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाया जाने वाला जनजागरूकता अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।
(न्यूज़ नुक्कड़ के लिए गाजीपुर से इजहार खान की रिपोर्ट)

