यूपी: गाजीपुर के नसीरपुर गांव में विकास कार्य में लाखों का भ्रष्टाचार, बिना काम कराए डकार गए पैसे!
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के रेवतीपुर ब्लॉक में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। यह मामला सेवराई तहसील के नसीरपुर गांव का है।
ग्राम पंचायत द्वारा कराए गए इंटरलॉकिंग के काम में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। आरोप है कि ग्राम पंचायत के द्वारा लाखों रुपये की लागत से कराए गए इंटरलॉकिंग कार्य कुछ ही महीनों में उखाड़ने लगे हैं। इससे लोगों को आवागमन में भी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों ने इंटरलॉकिंग में भ्रष्टचार का आरोप लगाते हुए मामले में कार्रवाई की मांग की है।
नसीरपुर गांव निवासी सोहन चौधरी के दरवाजे से लेकर पंचायत भवन तक का रास्ता लाखों रुपये की लागत से ग्राम पंचायत के द्वारा इंटरलाकिंग कराया गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क बनाते समय अनियमियता बरती गई। यही वजह है कि कुछ ही महीनों बाद इंटरलाकिंग उखाड़नी शुरू हो गई।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, फिलहाल ग्राम पंचायत के द्वारा इस सड़क पर पूरा कार्य भी नहीं कराया गया, बावजूद इसके संबंधित कार्य का पैसा सरकार के खाते से ले लिया गया है। आरोप है कि ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान के द्वारा मिलीभगत कर गांव में विकास कार्य के नाम पर सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि सोहन चौधरी के दरवाजे पर इंटरलाकिंग से बनी सड़क जो पंचायत भवन तक जाती है ध्वस्त हो गई है। वहीं आधा अधूरा काम करके छोड़ दिया गया है। इससे लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोड के किनारे बने नाले को भी ऐसे ही खुला छोड़ दिया गया है, जिससे प्रतिदिन किसी हादसे का खतरा का बना रहता है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी केके सिंह ने बताया कि मामले में जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
(न्यूज़ नुक्कड़ के लिए गाजीपुर से विवेक कुमार सिंह की रिपोर्ट)