उत्तकाशी के इस सीमांत इलाके में बिजली जाते ही क्यों लोगों के मोबाइल से चला जात है नेटवर्क?
उत्तरकाशी के सीमांत इलाके धौन्तरी में सिर्फ BSNL का ही टॉवर लगा है, लेकिन इस टॉवर में लाइट जाने पर बैकअप की कोई व्यवस्था नहीं है।
4G नेटवर्क के बाद अब देश में 5G नेटवर्क लाने की तैयारी चल रही है। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने 5G स्पेक्ट्रेम को 77 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा में बेचा है। जिसकी सबसे बड़ी खरीददार रियालंस जियो रही, उसके बार एयरटेल और फिर वोडाफोन। उम्मीद जताई जा रही है कि सालभर के अंदर देश में 5G सर्विस शुरू हो जाएगी। एक तरफ जहां देश 5G सर्विस की सेवाएं लेने जा रहा है, वहीं कुछ इलाके हैं ऐसे हैं जहां ठीक से 2G भी नहीं चलता है। उत्तराखंड के सीमांत इलाकों का हाल और भी बुरा है। उत्तरकाशी के सीमांत इलाके धौन्तरी में सिर्फ BSNL का ही टॉवर लगा है, लेकिन इस टॉवर में लाइट जाने पर बैकअप की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से लाइट जाते ही लोगों के मोबाइल से नेटवर्क गायब हो जाता है। इस परेशान से ग्रामीण बहुत परेशान है। उन्होंने अपनी परेशानी के बारे में कई बार प्रशासन को बताया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
धौन्तरी उपतहसील के लोगों का कहना है कि नेटवर्क की समस्या उनके क्षेत्र के करीब एक दर्जन से गांव में सालों से बनी हुई है। अपनी मांगों को लेकर गांव के लोगों ने धरना-प्रदर्शन भी किया। तब प्रशासन की तरफ से कहा गया कि जल्द ही बैटरी बैकअप की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
गांव के लोगों का कहना है कि धौन्तरी बाजार चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव भी है। साथ ही टिहरी के लम्बगांव क्षेत्र और उपतहसील क्षेत्र के गांव का मुख्य केंद्र है। यहां पर बैंक और तहसील के कामों के लिए ग्रामीणों को नेटवर्क सुविधा नहीं मिल पाने की वजह से कई दिनों तक परेशान होना पड़ता है। बारिश में तो हालत ऐसी हो जाती है कि बिजली नहीं होने पर हफ्तों तक मोबाइल से नेटवर्क गायब रहता है।