शहीद हेमंत करकरे वाले बयान पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने चुनाव आयोग को दिया ये जवाब
मध्यप्रदेश के भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शहीद हेमंत करकरे पर दिए बयान पर सफाई दी है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि उन्होंने शहादत का अपमान नहीं किया।
उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। साध्वी प्रज्ञा ने चुनाव आयोग को भेजे जवाब में कहा, ”मैंने अपने बयान में किसी शहीद की शहादत को लेकर कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही है। मेरे बयान की एक लाइन को नहीं देखना चाहिए बल्कि मेरा पूरा बयान देखिए। मैंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा मुझे जो यातनाएं दी गईं, उनका जिक्र किया था। मेरे साथ जो भी हुआ, उसे लोगों के सामने रखा और ये मेरा अधिकार है। मेरे बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़कर पेश किया है। हालांकि जनभावना का सम्मान करते हुए मैंने अपना बयान वापस ले लिया है। मैंने ऐसा कोई कृत्य नहीं किया और ना ही भाषण दिया, जिससे आचार संहिता का उल्लंघन होता हो।”
एक जवाब पर तो साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपना जवाब दे दिया है, लेकिन अभी एक और बयान पर उन्हें जवाब देना है। दरअसल उन्होंने हेमंत करकरे के बाद बाबरी मस्जिद को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने पर गर्व है। उनके इसी बयान पर चुनाव आयोग ने उन्हें दोबारा जवाब तलब किया है। विवादित बयानबाजियों के सिलसिले में साध्वी प्रज्ञा ने अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की तुलना राक्षस से कर दी, लेकिन इस पर भी उन्हें अफ़सोस नहीं है।
आपको बता दें कि 26 नवंबर 2008 में मुंबई में आतंकी हमले के वक्त आतंकवादियों से लोहा लेते वक्त हेमंत करकरे शहीद हो गए थे। आतंकी हमले में करीब 166 लोग मारे गए थे। जिस मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा आरोपी थीं उस केस की जांच का जिम्मा हेमंत करकरे के पास था।