उत्तराखंड: कोरोना वायरस से देश में दूसरी मौत, अब तक 81 केस आए सामने, जानें इस जानलेवा बीमारी से बचने के उपाय
चीन के वुहान शहर से फैलाना शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कोहराम मचा रहा है। भारत में भी ये जानलावी बीमारी अपना पैर पसारने लगा है।
देश में कोरोना वायरस के अब तक 81 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, जानलेवा बीमारी से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। पहली मौत कर्नाटक के कलबुर्गी में हुई थी। वहीं, दूसरी मौत दिल्ली में शुक्रवार को हुई। 69 साल की महिला ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
देश भर में दहशत का माहौल है। कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ विभाग सतर्क है। लगातार कोरोना से निपटने के लिए सरकारें प्रयास कर रही हैं। बैठकें हो रही हैं। उत्तराखंड की सरकार भी सतर्क है। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, “इस वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। अभी तक राज्य में कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है। एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों (बाहर से जो यहां आ रहे हैं) की स्क्रींनिंग की जा रही है। सभी स्कूलों को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है।”
कोरोना वायरस से लोग दहशत में हैं। ऐसे में लोगों के डर का फायदा मुनाफाखोर उठा रहे हैं। मेडिकल स्टोर से मास्क और स्नेटाइजर गायब हैं, जहां मिल भी रहें मुंह मांगी रकम लोगों को चुकानी पड़ रही है। इस जानलेवा बीमारी से सावधानी ही बचने का एक उपाय है।
कोरोना वायरस से आखिर कैसे बचा जाए?
लखनऊ के सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ.आशुतोष दुबे इस बात को साफ कहते हैं कि मास्क को लेकर ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नही है। अगर किसी के पास मास्क नहीं है तो वो लोग रुमाल या अंगौछे का प्रयोग कर सकते हैं। किसी तरह से परेशान होने की जरूरत नही है। अगर आप को छींक या खांसी आती है तो हाथ से नाक को पूरी तरह से ढंक लें इससे वायरस फैलने से रुकेगा।
बाजार में बिक रहे तमाम तरह के मास्क जो कोरोना वायरस रोकने का दावा करते हैं वो बिल्कुल गलत है। N-95 जैसे मास्क का प्रयोग करने की सलाह देना बिल्कुल गलत है। ठीक उसी तरह सेनेटाइजर को लेकर भी लोग बहुत पैनिक न हों। अपने हाथ लगातार धुलते रहें। सेनेटाइजर की जरूरत नही पड़ेगी। डॉ.आशुतोष दुबे कहते हैं कि लोग कोरोना वायरस को लेकर कतई परेशान न हों। न ही किसी तरह की अफवाह को सुनें और ना इस पर भरोसा करें। किसी भी तरह की सलाह या समाधान के लिए डॉक्टर से मिले और सही सलाह लें।