उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, राम कुमार वालिया ने छोड़ा ‘हाथ’ का साथ, पार्टी की सदस्यता से दिया इस्तीफा
कांग्रेस पार्टी के लिए कहीं से कोई अच्छी खबर नहीं आ रही है। पार्टी की मुसीबतें कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही हैं।
पार्टी के एक और जमीन से जुड़े नेता राम कुमार वालिया ने कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यालय में व्याप्त लाल फिताशाही से दुखी हो कर पिछले 35 साल का कांग्रेस के साथ जारी अपने सफर को खत्म करते हुए पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड के पूर्व राज्यमंत्री राम कुमार वालिया ने बताया कि बिना वजह उनको उनके पद से पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि इस बारे में पार्टी के सभी बड़े नेताओं से गुहार लगाने के बाद भी उनका पक्ष नहीं सुना गया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत सभी को पत्र लिख कर पूरे मामले की जानकारी देने के बाद भी कहीं से कोई सुनवाई उनके जैसे नेता की नहीं हुई तो आम कार्यकर्ताओं की सुनवाई क्या होगी।
वालिया जमीन से जुड़े नेता माने जाते हैं और उत्तराखंड से आरंभ सफर से राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे हैं। किसानों को कांग्रेस से जोड़ने के लिए वालिया ने काफी काम किया। ये उनकी लोकप्रियता ही है कि पूरे देश से इनके समर्थन में लोग कांग्रेस छोड़ रहे हैं। किसान पुत्र राम कुमार वालिया ने बड़े ही दुख के साथ पार्टी छोड़ने के बारे में बताया कि अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए इस दल में रहना उचित नहीं है, जहां एक राष्ट्रीय स्तर के नेता एवं पदाधिकारी की भी सुनने वाला कोई नहीं है। यह पूछे जाने पर कि उनका अगला कदम क्या होगा? इस पर उन्होंने कहा कि अपने देशभर के समर्थकों से विचार विमर्श करने के बाद ही कोई आगे का फैसला लूंगा।
राजस्थान की घटना के बाद अब उत्तराखंड और कांग्रेस के किसान संगठन में काफी असर वालिया के जाने से होगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस को इन सब पर ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि एक-एक कर जमीनी नेता आखिर उससे क्यों दूर होते जा रहे हैं।