अगस्ता वेस्टलैंड केस: भारत को एक और बड़ी कामयाबी
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में भारत को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। क्रिश्चियन मिशेल की गिरफ्तारी के बाद अब एक और आरोपी कारोबारी राजीव सक्सेना को दुबई में पकड़ा गया है।
उसे प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया। खबरों के मुताबिक भारत लाने पर ED उसे अपनी कस्टडी में लेगी। खबर ये भी है कि राजीव सक्सेना के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी दीपक तलवार को भी भारत लाया गया है।
Lawyers of Rajiv Saxena (co-accused in AgustaWestland case): When his lawyers asked to speak to UAE state security & demanded to understand what happened, they were told he's on flight & can’t be stopped. When they queried this further they were told “Ask the Indian Government”.
— ANI (@ANI) January 30, 2019
इससे पहले पिछले साल दिसंबर में संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने प्रत्यर्पण के जरिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल को भारत को सौंपा था। क्रिश्चियन मिशेल ने 3,600 करोड़ रुपये के VVIP चॉपर डील में बिचौलिये की भूमिका निभाई थी।
कौन है राजीव सक्सेना?
राजीव सक्सेना, पत्नी शिवानी के साथ केस के आरोपी हैं। दोनों दुबई की एक कंपनी UHY Saxena and Matrix Holdings के निदेशक हैं। राजीव मॉरीशस की कंपनी इंटरसेलर टेक्नोलॉजिस के निदेशक और शेयरहोल्डर भी हैं। आरोप है कि इस कंपनी का चॉपर डील में लॉन्ड्रिंग करने में इस्तेमाल किया गया है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, राजीव सक्सेना एडवोकेट गौतम खेतान के करीबी हैं। खेतान पहले से ईडी की कस्टडी में हैं।
कौन हैं दीपक तलवार ?
दीपक तलवार पर भी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।उनके ऊपर 90 करोड़ के फंड का दुरुपयोग करने का आरोप है। दीपक तलवार भी दुबई फरार हो गये था। उन पर 1 हज़ार करोड़ से ज़्यादा की संपत्ति छिपाने का भी आरोप है। इसकी भारत में जांच चल रही है।
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला?
इंडियन एयरफोर्स ने 36,00 करोड़ में 12 VVIP हेलिकॉप्टर की खरीद के लिए साल 2010 में इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से करार किया था। इस करार में 360 करोड़ रुपये के कमीशन देने की खबर आई। 2014 में भारत सरकार ने इस करार को रद्द कर दिया। इटली की कंपनी और सरकार के बीच के इस करार में कमीशन की ख़बर सामने आते ही वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की सप्लाई पर सरकार ने फरवरी 2013 में रोक लगा दी।